साइबर ठगी रोकने को पुलिस ने की प्रभावी पहल
सेवानिवृत्त कर्मचारियों को किया जाएगा जागरूक कोषागार का कर्मचारी बनकर किए जा रहे थे फोन
जासं, एटा: साइबर ठगी रोकने के लिए पुलिस ने प्रभावी पहल की है। साइबर सेल के कर्मचारियों ने जागरूकता अभियान शुरू किया है।
एसएसपी सुनील कुमार सिंह के निर्देश पर साइबर सेल में कुछ कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। यह कर्मचारी जनपद के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को प्रतिदिन फोन कर उन्हें जागरूक कर रहे हैं। पुलिस की तरफ से सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए गाइड लाइन भी जारी की गई है। इस अभियान की मानीटरिग की जिम्मेदारी अपर पुलिस अधीक्षक क्राइम राहुल कुमार को सौंपी गई है। प्रतिदिन वह अभियान की समीक्षा करेंगे और प्रत्येक काल का हिसाब-किताब रखा जाएगा।
दरअसल, हाल ही में सेवानिवृत्त पुलिसकर्मियों के खाते से साइबर अपराधियों ने रकम चुरा ली थी, जिसको लेकर एफआइआर दर्ज हुईं। खास बात यह रही कि यह पुलिसकर्मी ऐसे थे जो हाल ही में विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं। पुलिस साइबर अपराधियों की तलाश तो कर ही रही है, साथ ही अभियान पर भी जोर दे रही है। योजना के मुताबिक दो आरक्षी प्रतिदिन साइबर अपराधों के बारे में सेवानिवृत्त कर्मचारियों को वाट्सएप, फेसबुक, ई-मेल और फोन पर बात कर जागरूक करेंगे। यह बरतें सावधानी
- ट्रेजरी और बैंक की तरफ से फोन करके कभी खाते की गोपनीय जानकारी नहीं मांगी जाती।
- आपके मोबाइल पर कोई पासवर्ड आए तो उसे शेयर नहीं करें।
- कभी-कभी शातिर नेट बैंकिग की रिक्वेस्ट भेजने के बाद फोन करते हैं और कहते हैं कि आपके मोबाइल पर एक पासवर्ड आया होगा उसे बता दें। ऐसे में कभी बात न करें।
- ट्रेजरी से संबंधित कोई भी जानकारी चाहिए तो वहां खुद जाएं, संबंधित अधिकारी या कर्मचारी से मिलें।
- आपके खाते में जो रकम है उसे सेविग प्लस मोड में रखें, जमा रकम का बड़ा हिस्सा एफडी बन जाता है और थोड़ी रकम खाते में बचती है।
- जिस खाते से नेट बैंकिग करें उसमें ज्यादा कैश न रखें।
साइबर ठगी का शिकार सेवानिवृत्त कर्मचारी हो जाते हैं और उनकी जीवनभर की कमाई चली जाती है। उन्हें जागरूक करने के लिए अभियान शुरू किया गया है, जिसके सार्थक परिणाम सामने आएंगे।
- सुनील कुमार सिंह, एसएसपी एटा