आरोपित के मोबाइल से पुलिस को मिले सबूत
आरोपित के मोबाइल में मिले फोटो से साबित हुआ कि उसने लड़की को परेशान किया था
जागरण संवाददाता, एटा: किशोरी खुदकुशी मामले में पुलिस को आरोपित के मोबाइल से ठोस सबूत हाथ लगे। उसी के आधार पर परिजनों का आरोप सटीक साबित हो रहा है। मोबाइल में मिले फोटो देखने के बाद सब कुछ साफ हो गया कि आरोपित युवक किस तरह से लड़की को परेशान कर रहा था। कोतवाली नगर पुलिस ने आरोपित युवक को कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया।
जिला महिला अस्पताल में तैयार हो रही मातृत्व विग इमारत की चौथी मंजिल से कूदकर किशोरी के जान देने वाले मामले में मृतका के छोटे भाई ने घटना के दिन ही सब कुछ साफ कर दिया था। इसके बाद पुलिस की जांच पड़ताल में आरोपित के मोबाइल से मिले ठोस सबूतों से घटना का पूरा पर्दाफाश हो गया। आरोपित के मोबाइल में मिले फोटो से यह साबित हो गया कि उसने लड़की को परेशान किया था। इतना ही नहीं आरोपी के पास मिले लैपटाप ने भी पुलिस की शक को सही साबित कर दिया। पुलिस ने आरोपित गौरव कुमार को जेल भेज दिया। पैनल विडियोग्राफी में हुआ पोस्टमार्टम: किशोरी की मौत उपरांत उसके शव का दो चिकित्सकों के पैनल से वीडियोग्राफी में पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों ने बताया कि ऊंचाई से गिरने के कारण किशोरी का सीधा हाथ, इसी तरफ का ही पैर कमर के पास दो जगहों से टूट गया था। इतना ही नहीं किशोरी की इमारत से गिरने के कारण पसली भी टूट गई थीं। वहीं दूसरी तरफ किशोरी की महिला चिकित्सक ने तीन स्लाइड भी तैयार की है। जिन्हें जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। क्या था मामला:
शहर के अवागढ़ हाउस निवासी किशोरी सोमवार को मकान में ताला लगाकर जिला महिला अस्पताल पहुंच गई थी। जहां उसने मातृत्व विग की चौथी मंजिल से छलांग लगा दी थी। जिसे जिला अस्पताल में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।