मीलों पैदल सफर, मुसाफिरों के पांव में छाले
भूखे-प्यासे लोगों को दिए गए भोजन के पैकेट स्क्रीनिग के बाद बाहरी लोगों को वाहनों से भिजवाया
एटा, जासं। दिल्ली, नोएडा, फरीदाबाद आदि स्थानों से तमाम लोग अपने घरों के लिए वाहन न मिलने के कारण पैदल ही चले आ रहे हैं। गुरुवार को भी सुबह से ही मुख्यत: जीटी रोड पर बाहर से आने वाले लोगों की भीड़ दिखाई दी। ऐसे में प्रशासन के समक्ष मुश्किल यह है कि इन लोगों को गंतव्य तक कैसे भिजवाया जाए।
सुबह आठ बजे से ही पुलिस को सक्रिय कर दिया गया और जो भी वाहन सड़कों पर दिखाई दिए, उनके जरिए लोगों को यहां से भिजवाया। इससे पहले शहर के अंदर तब ही दाखिल होने दिया गया, जब चिकित्सकों की टीम ने बार्डर पर उनकी स्क्रीनिग कर ली।
दिल्ली, नोएडा, हरियाणा आदि स्थानों पर तमाम श्रमिक काम करते हैं। ऐसे में वहां पर फैक्ट्रियां बंद हो गईं हैं। लॉकडाउन की स्थिति में श्रमिक आखिर कहां जाएं, इसलिए उन्होंने अपने घरों का रुख करना शुरू कर दिया है। यह लोग जैसे-तैसे एटा के बार्डर तक तो पहुंच गए। इनमें तमाम ऐसे भी हैं जिन्हें वाहनों ने अलीगढ़ छोड़ दिया या रास्ते में कोई इक्का-दुक्का वाहन मिल गया तो थोड़ी दूर के लिए बैठ लिए। वरना पैदल ही गंतव्य की ओर चल दिए, उनके पांव में छाले तक पड़ गए। इन लोगों में तमाम महिलाएं व बच्चे भी शामिल हैं। प्रशासन को जब यह पता चला कि बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं, जिन्हें अपने घर तक जाने से रोका नहीं जा सकता तो वह हरकत में आ गया। गुरुवार को सुबह से ही ओवरब्रिज पर चिकित्सकों की टीम तैनात कर वहां स्क्रीनिग की व्यवस्था की गई। जो लोग पैदल आ रहे हैं, उन्हें पुल पर ही रोक लिया जाता है। पहले उनकी स्क्रीनिग की जाती है, तब ही शहर के अंदर दाखिल होने की अनुमति दी जाती है।
दोपहर एक बजे तक 250 से भी अधिक लोगों की स्क्रीनिग की गई थी, जिन्हें खांसी, जुकाम या बुखार की शिकायत थी। यह आंकड़ा वह है जो बीमार होने की शिकायत का है। इन लोगों को जिला अस्पताल भेजा गया, हालांकि किसी में कोरोना के लक्षण नहीं दिखाई दिए। श्रमिकों को ठिकानों तक भिजवाने के लिए सड़कों पर गुजर रहे जिन वाहनों में जगह मिली उन्हीं गाड़ियों से भिजवाया। यह काम जीटी रोड पर दिनभर चलता रहा। प्रशासनिक अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग इन लोगों पर अपनी नजरें टिकाए रहा। इनके लिए नगर पालिका, जिला प्रशासन और सामाजिक संगठनों ने भोजन की भी व्यवस्था की। लोगों की मदद के लिए प्रशासन आगे आया है। उसकी पहल पर शहर के सामाजिक संगठन भी सक्रिय हो गए हैं।
कई लोगों को तेज बुखार, भेजा अस्पताल:
जो लोग बाहर से आ रहे हैं उनमें कई लोगों को तेज बुखार था। इस वजह से एंबुलेंस से जिला अस्पताल भिजवाया गया। यह लोग हालांकि भर्ती नहीं कराए गए, मगर उनका आवश्यक उपचार जरूर किया गया।