दिव्यांगों ने दिया धरना, मांगा अपना हक
एटा जासं। भोजन की थाली भी पचास रुपये से कम नहीं मिलती। फिर पांच सौ रुपये की पेंशन में दो वक्त की रोटी कैसे मिलेगी? दिव्यांग और विधवाओं के बीच ऐसे ही कुछ सवाल शनिवार को कलक्ट्रेट पर आयोजित धरना स्थल पर गूंजते रहे। पेंशनराशि बढ़ाए जाने को लेकर दिव्यांगों और विधवाओं ने जमकर नारेबाजी की।
एटा, जासं। भोजन की थाली भी पचास रुपये से कम नहीं मिलती। फिर पांच सौ रुपये की पेंशन में दो वक्त की रोटी कैसे मिलेगी? दिव्यांग और विधवाओं के बीच ऐसे ही कुछ सवाल शनिवार को कलक्ट्रेट पर आयोजित धरना स्थल पर गूंजते रहे। पेंशनराशि बढ़ाए जाने को लेकर दिव्यांगों और विधवाओं ने जमकर नारेबाजी की।
आदर्श दिव्यांग व विधवा उत्थान समिति के बैनर तले शनिवार को धरना सभा को संबोधित करते हुए समिति के सचिव जीकेआरएस राजपूत ने कि दिल्ली सरकार दिव्यांगों और विधवाओं को 2500 रुपये पेंशन राशि प्रदान कर रही है। अक्सर समस्याओं को लेकर प्रधानों द्वारा उनकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया जाता। इधर-उधर घुमाने के अलावा समाधान की जहमत कभी नही उठाई जाती। प्रधान और सेक्रेटरी द्वारा भी उन्हे चाय पानी व सुविधा शुल्क के लिए उन्हें हर रोज ठगा जाता है। फिर भी योजनाओं का लाभ उन्हें नहीं मिल पाता। उन्होंने गरीब दिव्यांग और विधवाओं के लिए मकान, कार, आवास आदि योजनाओं के नाम पर उन्हें धेला भी नहीं दिया गया है। समिति कार्यकर्ताओं ने दिव्यांग व विधवाओं को शौचालय, आवास और पेंशन का बाजिव लाभ दिलाये जाने की मुख्यमंत्री से मांग करते हुए जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है।
इस दौरान छविनाथ सिंह यादव, ब्रजेश कुमार, देवेंद्र सिंह, देवचंद्र, ब्रहम प्रकाश, रामकुमार, नसुरद्दीन, रामकृष्ण, रनवीरसिंह, राधेश्याम, रघुवीर सिंह, मनोजकुमार, ओमवीर सिंह, मनोज कुमार, भोला, ओमवीर, किशनपाल सिंह वीनेश देवी, रामश्री, सरोज कुमारी, अंजू देवी आदि अनेक लोगों मौजूद थे।