लॉकडाउन में नहीं बढ़ सकी प्याज की कीमतें
लॉकडाउन में नहीं बढ़ सकी प्याज की कीमतें जागरण संवाददाता कासगंज कभी कीमतों में आसमान छूने वाली प्याज लॉकडाउन में अपनी कीमते
जागरण संवाददाता, कासगंज : कभी कीमतों में आसमान छूने वाली प्याज लॉकडाउन में अपनी कीमतें नहीं बढ़ा सकी। होटल ढाबे बंद रहने से मांग में कमी आ जाने के कारण बाहरी मंडियों से लेकर फुटकर बाजार तक इसकी कीमतें कम हो गई। लॉकडाउन के प्रथम चरण से लेकर तृतीय चरण तक इनकी कीमतों में कोई उछाल नहीं आया। 22 अप्रैल को जब जनता कफर्यू लगा था उससे पहले प्याज 30 से 40 रूपये किलो थी। लॉकडाउन हुआ तो होटल, ढाबे, चाइनीज और साउथ इंडियन खान-पान की सामग्री बेचने वाले ठेले भी बंद हो गई। एक साथ प्याज की मांग कम हो गई। शुरू के एक दो दिन तो प्याज की कीमतें यहीं रहीं। फिर धीरे धीरे गिरती चली गई। जबकि लॉकडाउन में बाहरी मंडियों से प्याज की आमद भी बंद हो गई, लेकिन प्याज की कीमतें घटती चली गई। अप्रैल माह में ही घट कर कीमत 20 रूपये किलो रह गई। मई में यह कीमत 15-17 रूपये किलो जा पहुंची है। जबकि लॉकडाउन बाहरी मंडियों से इसकी आमद भी नहीं हुई। --------------------'नासिक में मांग के सापेक्ष प्याज की अधिकता होने के कारण मात्र छह रूपये किलो का भाव है। भाड़ा आदि लगाकर नौ रूपये पड़ रही है और थोक में 11 से 12 रूपये किलो का बाजार चल रहा है।'
-इनामुद्दीन
प्याज कारोबारी ----------'ढाबे, होटलों से प्याज की मांग रहती थी। यह सब बंद है। मांग में 50 से 60 फीसद तक की कमी है। प्याज 20 रूपये की डेढ़ किलो और सवा किलो बिक रही है।'
-अजय
फुटकर प्याज विक्रेता