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क्लीनिक के रजिस्ट्रेशन पर नर्सिंग होम कहीं इलाज कर रहे कंपाउंडर

जागरण संवाददाता, एटा: रजिस्ट्रेशन क्लीनिक का कराया और पूरा नर्सिंग होम चलाने लगे।

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Aug 2018 10:34 PM (IST)Updated: Mon, 27 Aug 2018 10:34 PM (IST)
क्लीनिक के रजिस्ट्रेशन पर नर्सिंग होम कहीं इलाज कर रहे कंपाउंडर
क्लीनिक के रजिस्ट्रेशन पर नर्सिंग होम कहीं इलाज कर रहे कंपाउंडर

जागरण संवाददाता, एटा: रजिस्ट्रेशन क्लीनिक का कराया और पूरा नर्सिंग होम चलाने लगे। उस पर भी डॉक्टर गैरहाजिर और इलाज कर रहे थे यूनानी डॉक्टर। दूसरी जगह डॉक्टर के क्लीनिक पर कंपाउंडर साहब इलाज करते मिले। कुछ ऐसे हालात स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जलेसर में पकड़े। इनके अलावा टीम ने अनाधिकृत रूप से संचालित की जा रही चार पैथोलॉजी लैब और चार झोलाछाप डॉक्टर को अपनी दुकानें बंद करने के लिए नोटिस दिए हैं।

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जलेसर में चिकित्सा व्यवसाय को लेकर अनियमितताओं की सूचना पर सोमवार को डिप्टी सीएमओ डॉ. आरएन गुप्ता दोपहर में वहां पहुंचे। तहसील के पास जनता नर्सिंग होम का निरीक्षण करने के लिए घुसे तो पता लगा कि इसका पंजीकरण क्लीनिक का है, जबकि संचालन नर्सिंग होम की तरह किया जा रहा था। इसमें छह बैड बिछाए गए थे, जिन पर मरीज भी भर्ती थे। पंजीकृत एमबीबीएस डॉ. नीलम वहां नहीं थीं। जबकि बीयूएमएस डॉ. मुबीन खान एलोपैथी दवाओं के जरिए उपचार कर रहे थे। यही नहीं, इस नर्सिंग होम पर एक एक्स-रे मशीन भी अनाधिकृत रूप से लगा ली गई थी। डिप्टी सीएमओ ने नर्सिंग होम के रूप में रजिस्ट्रेशन कराने और पंजीकृत डॉक्टर के जरिए ही इलाज किए जाने का नोटिस दिया।

इसके बाद महावीरगंज स्थित बीएएमएस डॉ. वीरेंद्र ¨सह सरीन का क्लीनिक चेक किया। यहां डॉक्टर ही मौजूद नहीं थी। कंपांडर अवी ¨सह इलाज कर रहा था। तीन मरीज भर्ती थे, जिन्हें ड्रिप चढ़ाई जा रही थी। इसे भी नोटिस दिया गया। महावीरगंज में झोलाछाप हरपाल ¨सह को नोटिस दिया। आगरा रोड पर झोलाछाप प्रमोद कुमार टीम आने से पहले भाग गया। जिसके क्लीनिक पर नोटिस चस्पा किया गया। तहसील के पास नीत पैथोलॉजी बिना पंजीकरण और बिना पैथोलॉजिस्ट के चलते पाई गई, जिसे नोटिस दिया गया।

अवागढ़ पहुंचकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के पास झोलाछाप नेत्रपाल ¨सह, उमेश चंद्र, शिवकुमार को यह धंधा बंद करने के नोटिस थमाए। यहीं एक मेडिकल स्टोर में केआर खान मरीजों का इलाज भी कर रहा था, जहां खासी भीड़भाड़ थी। डिप्टी सीएमओ ने उसे भी नोटिस दिया। पास में ही शिवम पैथोलॉजी, पलक पैथोलॉजी और लाइव केयर पैथोलॉजी लैब का निरीक्षण किया। तीनों अपंजीकृत थीं और बिना किसी पैथोलॉजिस्ट के संचालित की जा रही थी। इन तीनों को रजिस्ट्रेशन कराने या बंद करने की हिदायत के साथ नोटिस दिए गए।


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