गोल्डन नहीं अब आयुष्मान कार्ड कहिए
शासन ने लाभार्थियों के कार्ड का बदला नाम संख्या बढ़ाने को चलेगा विशेष अभियान
जासं, एटा: आयुष्मान भारत योजना में लाभार्थियों की पहचान और इलाज अब आयुष्मान कार्ड से होगा। उन्हें दिए जाने वाले गोल्डन कार्ड का नाम बदलकर आयुष्मान कार्ड कर दिया गया है। इसके साथ ही इनके जारी करने की स्थिति सुधारने के लिए रूपरेखा तैयार की गई है। जिले में अभी 20 फीसद लाभार्थियों के पास भी यह कार्ड नहीं है। इसकी बड़ी वजह निजी केंद्रों पर लिए जाने वाले 30 रुपये का शुल्क था। सरकार ने अब शुल्क समाप्त कर दिया है। इसके साथ ही गांवों में विशेष अभियान चलाने की योजना बनाई गई है। 10 से 24 मार्च तक आयुष्मान पखवाड़ा चलेगा। 100 सीएससी (कामन सर्विस सेंटर) संचालकों इसमें कार्य करने को तैयार हैं। इनके माध्यम से गांवों में शिविर लगेंगे। लाभार्थियों को बुलाकर सभी के निश्शुल्क कार्ड बनाए जाएंगे। एक दिन पहले लाभार्थियों के घर पहुंचेगी पर्ची:
पखवाड़े का आयोजन चुनाव प्रक्रिया की तर्ज पर किया जाएगा। जिस तरह मतदान से पहले मतदाताओं के पास पर्ची पहुंचाई जाती है। इसमें मतदाता का विवरण, मतदेय स्थल और दिनांक का उल्लेख होता है। उसी तरह आयुष्मान योजना के लाभार्थियों के घर भी कैंप से एक दिन पहले पर्ची पहुंचाई जाएंगी। इनमें लाभार्थी परिवार के मुखिया का नाम, कैंप का स्थान और दिनांक दर्ज होगी। यह पर्चियां क्षेत्र की आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पहुंचाएंगी। आयुष्मान कार्ड की स्थिति:
433510-लाभार्थी प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में
77271-लाभार्थियों के जारी हुए आयुष्मान कार्ड
21336-लाभार्थी मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में
3279-लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बने
17.70-फीसद कुल लाभार्थियों के बने कार्ड
हमारी पास आयुष्मान मित्र काफी कम थे और कामन सर्विस सेंटर पर शुल्क था, जिसके चलते कार्ड कम बन पा रहे थे। अब शुल्क समाप्त होने के बाद निश्चित तौर पर संख्या बढ़ेगी।
- डा. अरविद गर्ग, सीएमओ