खुर और मुंहपका रोग से मर रहे पशु, नहीं है वैक्सीन
ठंड का मौसम शुरू हो चुका है। इस कारण पशुओं में खुर एवं मुंहपका का रोग फैलना शुरू हो गया है। इससे किसानों के पशु मर भी रहे हैं मगर जिले में इससे बचाव के लिए वैक्सीन उपलब्ध न होने को लेकर पशु पालक काफी परेशान हैं। गलाघोंटू का ही जिले में टीकाकरण कराया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, एटा: ठंड का मौसम शुरू हो चुका है। इस कारण पशुओं में खुर एवं मुंहपका का रोग फैलना शुरू हो गया है। इससे किसानों के पशु मर भी रहे हैं, मगर जिले में इससे बचाव के लिए वैक्सीन उपलब्ध न होने को लेकर पशु पालक काफी परेशान हैं। गलाघोंटू का ही जिले में टीकाकरण कराया जा रहा है।
दिसबंर माह में सर्द मौसम की शुरूआत तेजी से होती है। ठंड के प्रकोप से पशुओं में खुर एवं मुंहपका का रोग भी शुरू होता है। एक पशु से दूसरे पशु में यह रोग फैलता है। शीतलपुर ब्लाक के गांव बेंदुला, नगला लक्ष्मन आदि गांव में यह रोग पशुओं में तेजी के साथ फैल रहा है। बेंदुला गांव में किसानों के पशु भी मर चुके हैं। पशुओं को मरता देख पालकों में दहशत है। वे प्रशासन से टीकाकरण कराने की मांग कर रहे हैं, मगर जनपद में खुर एवं मुंहपका की वैक्सीन का अभाव है। इस कारण पशुओं का टीकाकरण नहीं हो पा रहा है। ऐसे में किसान निजी चिकित्सकों से पशुओं को बचाने के लिए इलाज करा रहे हैं। इसे लेकर पशुपालकों को आर्थिक परेशानी हो रही है। वहीं सीवीओ डा. एसपी सिंह ने बताया कि खुर एवं मुंहपका का टीकाकरण कराने के लिए वैक्सीन की मांग की गई है। जैसे ही वैक्सीन उपलब्ध होती है वैसे ही पशुओं का टीकाकरण शुरू कराया जाएगा। गलाघोंटू की वैक्सीन उपलब्ध है, जिसका टीकाकरण कराया जा रहा है। कंट्रोल रूम पर दर्ज कराई शिकायत
ग्राम पंचायत बेंदुला निवासी प्रधान संघ के जिला प्रभारी एवं पूर्व प्रधान प्रदीप कुमार ने बताया कि उनके गांव में रामनाथ, सुधीर, राजबहादुर, प्रमोद, ओपी सिंह और अमर सिंह के पशु मर चुके हैं। इसे लेकर उन्होंने जिलाधिकारी के साथ ही कंट्रोल रूम पर शिकायत दर्ज कराई है। गांव में आधा दर्जन से अधिक पशु बीमार भी हैं। इसे लेकर लोगों में दहशत बनी हुई है।