युवा जाग्रति के प्रकाश पुंज थे स्वामी विवेकानंद: मीनाक्षी
पुलिस लाइन व विद्यालयों में आयोजित हुए कार्यक्रम गूंजे उठो जागे अपने लक्ष्य से पहले मत रुको के नारे
जासं, एटा: स्वामी विवेकानंद जयंती पर एसएसपी सुनील कुमार सिंह की धर्मपत्नी मीनाक्षी सिंह ने कहा कि विवेकानंद युग पुरुष व युवा जाग्रति के प्रकाश पुंज थे। उन्होंने युवाओं को राष्ट्र निर्माण की दिशा बताई। समूचे जनपद में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में धूमधाम से मनाई गई। पुलिस प्रशासन के साथ विभिन्न संस्थानों ने कार्यक्रम आयोजित किए। जिनमें स्वामी विवेकानंद के उठो जागे, अपने लक्ष्य से पहले मत रुको के नारे व संदेश गूंज रहे थे।
शहर की पुलिस लाइन में वामा सारथी, उत्तर प्रदेश पुलिस वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा साइकिल रैली आयोजित हुई। एसोसिएशन अध्यक्ष मीनाक्षी सिंह ने स्वामी विवेकानंद जीवन पर प्रकाश डाला। वहीं यूथ क्लब गठित किया। इसे परिसर में आवासों, पार्कों की साफ-सफाई का निरीक्षण, आवासों की दीवारों पर वाल पेंटिग, परिसर के अंदर साइकिल का प्रयोग एवं पर्सनल हाइजीन के प्रति जागरूकता फैलाना व वामा सारथी पुलिस नर्सरी की साफ-सफाई एवं देखरेख का दायित्व सौंपा गया। सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल के सभागार में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की सहभागिता से स्वामी विवेकानंद की जयंती का आयोजन किया गया। प्रधानाचार्य कृष्ण कांत द्विवेदी ने कहा कि स्वामी जी ने 1893 में अमेरिका स्थित शिकागो में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया। अब विवेकानंद जी के विचारों से विमुख होते हुए हमारे समाज में कुछ दशकों से भारतीयता के भाव को पीछे रखते हुए जातिवाद की भावना को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे विशेष रुप से राजनीतिक उद्देश्य पूरे हो सकें। यह उचित नहीं है। इस संकीर्ण मानसिकता से हमें अपनी युवा पीढ़ी को सजग करते हुए उनमें पुन: भारतीयता की भावना को स्थापित करना होगा। उन्होंने कहा कि सिर्फ धन का अवैध रूप से आदान-प्रदान ही भ्रष्टाचार नहीं है अपितु अपने निर्धारित उत्तरदायित्व का निर्वहन नहीं करना भी भ्रष्टाचार है। विद्यार्थियों को शैक्षिक प्रगति के साथ-साथ चरित्रवान भी होना चाहिए। उप प्रधानाचार्य प्रेमचंद, विद्यार्थी परिषद के प्रांत कार्यकारिणी के विशेष सदस्य डा.अरुण ने स्वामी विवेकानंद के जीवन पर प्रकाश डाला। शिवा चौहान, हर्ष पुंडीर,निखिल पांडे, यश सोलंकी, भवनाथ झा, डीएस तोमर, सत्यशील मिश्रा, कुमुदेश कुमार द्विवेदी,अजय गौड़, राजेंद्र सिंह, सत्येंद्र प्रकाश गुप्ता, आलोक त्रिवेदी आदि मौजूद रहे।