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मोदी से मुलाकात को 'मंत्र' फेल और सलाह बेकार

योगेश कुमार, एटा। छात्रों को अपनी शिक्षा पर विश्वास था तो शिक्षकों को अपनी काबिलियत पर। इसी आधार पर 117 विद्यार्थी व 18 शिक्षकों ने भाग लिया था।

By JagranEdited By: Published: Tue, 29 Jan 2019 10:55 PM (IST)Updated: Tue, 29 Jan 2019 10:55 PM (IST)
मोदी से मुलाकात को 'मंत्र' फेल और सलाह बेकार
मोदी से मुलाकात को 'मंत्र' फेल और सलाह बेकार

योगेश कुमार, एटा। छात्रों को अपनी शिक्षा पर विश्वास था तो शिक्षकों को अपनी काबिलियत पर। परीक्षा के लिए पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के लिए हुई ऑनलाइन प्रतियोगिता में जिले से छात्रों ने सफलता के मंत्र बताए तो शिक्षकों ने अपनी सलाह दी। मगर, मोदी की मंशा के अनुसार परीक्षकों के पैमाने पर ये खरे नहीं उतर पाए। और हां, किसी भी अभिभावक ने तो इस प्रतियोगिता में भागीदारी ही नहीं दिखाई।

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वैसे तो बोर्ड परीक्षाओं से पहले प्रधानमंत्री और विद्यार्थियों और शिक्षकों के मध्य चर्चा होती रही है। इस बार कार्यक्रम इसलिए खास था, क्योंकि प्रधानमंत्री से मिलने और चर्चा में शामिल होने का मौका प्रतियोगिता के माध्यम से दिया गया। ऑनलाइन प्रतियोगिता में विद्यार्थी, शिक्षक व अभिभावक के लिए अलग-अलग विषय थे। 22 से 24 जनवरी के मध्य ऑनलाइन प्रतियोगिता में जिले के आइएससी, सीबीएसई के अलावा यूपी बोर्ड के 117 विद्यार्थियों ने सहभागिता की। 18 शिक्षकों ने भी भाग लिया। कुछ छात्रों और शिक्षकों को भरोसा था कि उन्हें मोदी से मुलाकात का मौका जरूर मिलेगा। मगर, प्रतियोगिता में वे सब फेल हो गए। बीते दिन जब चयनित विद्यार्थी, शिक्षकों की सूची वेबसाइट पर आई तो प्रतिभागियों को हताशा हुई। जिस उम्मीद के साथ तैयारी कर प्रतियोगिता में भाग लिया, उसका परिणाम पूरे जिले के लिए शून्य रहा। इतना जरूर था कि जिले से किसी अभिभावक ने ऑनलाइन प्रतियोगिता में भाग नहीं लिया था। डीआइओएस एनडी वर्मा का कहना है कि जिले का प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन रहा। यह बात अलग है कि चयन नहीं हुआ।

टीवी पर सुने मोदी के मंत्र

स्कूलों में टीवी पर देखी चर्चा

परीक्षा पर बात कार्यक्रम ज्यादातर स्कूलों में टीवी व प्रोजेक्टर पर शिक्षकों व विद्यार्थियों ने देखा। सभी प्रधानमंत्री से बच्चों का सीधा संवाद देख काफी उत्साहित भी नजर आए। परीक्षा को लेकर छात्रों ने टीवी पर पीएम मोदी के मंत्र सुने। मोदी की बात सुनकर उन्हें आभास हुआ कि प्रतियोगिता में उनकी मंशा के तहत भागीदारी नहीं कर पाए। शहर के असीसी कांवेंट स्कूल की छात्रा वैष्णवी ने कहा कि उन्होंने विषय पर काफी बेहतर लिखा, लेकिन चयन न होने से यही सोचा कि उनसे बेहतर अन्य ने लिखा होगा। हालांकि मंगलवार को टीवी पर मोदी की बातें ध्यान से सुनीं। बीपीएस स्कूल के छात्र दिव्यांश ने कहा कि ज्यादातर केंद्रीय विद्यालयों के विद्यार्थी व शिक्षक चुने गए। इससे साफ है कि प्रतियोगिता जिलों के लिए दिखावा थी।

प्रतियोगिता में ये थे सवाल

छात्रों को सफलता के मंत्र पर 175 शब्दों में लेख लिखना था।

शिक्षकों को शिक्षक सलाह पर लेख लिखना था

अभिभावकों को उनके परीक्षा के दौरान के अनुभव बताने थे।

मोदी ने ये दिए मंत्र

विद्यार्थियों के लिए- हर रोज सीखें टाइम मैनेजमेंट

शिक्षकों के लिए- सभी छात्रो में समानता का व्यवहार रखें।


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