सीख रहे कौशल, सिखा रहे स्वच्छता
कोई टेक्नीशियन के गुर सीख रहा है तो कोई इलेक्ट्रिशयन के। किसी को सिलाई-कढ़ाई में विशेषज्ञता हासिल करने की ललक है तो किसी में ब्यूटीशियन बनने की। कौशल विकास के ये प्रशिक्षु गांव-गांव स्वच्छता मिशन में भी जुटे हुए हैं। अपने जेब खर्च से ही ये प्रचार-प्रसार सामग्री का वितरण करते हैं।
जागरण संवाददाता, एटा: कोई टेक्नीशियन के गुर सीख रहा है तो कोई इलेक्ट्रिशयन के। किसी को सिलाई-कढ़ाई में विशेषज्ञता हासिल करने की ललक है तो किसी में ब्यूटीशियन बनने की। कौशल विकास के ये प्रशिक्षु गांव-गांव स्वच्छता मिशन में भी जुटे हुए हैं। अपने जेब खर्च से ही ये प्रचार-प्रसार सामग्री का वितरण करते हैं।
ज्ञानदीप इंस्ट्रीट्यूट ऑफ टेक्नॉलोजी के इन विद्यार्थियों को ये प्रेरणा प्रधानमंत्री के स्वच्छता संदेश से मिली। करीब दो वर्ष पहले इन्होंने करीब एक दर्जन साथियों की टीम बनाई और चल पड़े मिशन पर। अपने जेब खर्च से बैनर-पोस्टर तैयार कराए। पंफलेट बनवाए। सप्ताह में एक दिन इस अभियान के लिए सुनिश्चित कर लिया। गांव-गांव जाकर चौपाल लगाई। ग्रामीणों को गंदगी से नुकसान और स्वच्छता के लाभ गिनाए। धीरे-धीरे उनका अभियान रफ्तार पकड़ने लगा।
ग्रुप लीडर विनोद चौहान बताते हैं कि जैथरा और अलीगंज क्षेत्र में अब तक करीब ढाई सौ गांवों और स्कूलों में स्वच्छता जागरूकता अभियान चलाया जा चुका है। ग्रामीणो को सफाई के प्रति जागरूक करते हैं तो स्कूलों में बच्चों को अच्छी तरह हाथ धोने के तौर-तरीके बताते हैं। इस अभियान को जिले भर में चलाने की योजना है।
कौशल तो और भी हैं
टीम के सदस्यों के पास कंप्यूटर ज्ञान के अलावा अन्य कौशल भी हैं। ऐसे में ग्रामीणों की अन्य तरीके से भी मदद करते हैं। पात्र ग्रामीणों के शौचालय बनवाने के लिए निश्शुल्क ऑनलाइन आवेदन कराते हैं। टीम ने आर्थिक मदद के लिए समाजसेवियों के तमाम प्रस्ताव सविनय अस्वीकार किए हैं।
ये है टीम
कोऑर्डीनेटर शीलेंद्र ¨सह, आशीष राठौर, अनमोल रतन, अंकित दुबे, लालू प्रसाद, उदय ¨सह और सलाहकार की भूमिका में अलका शाक्य, नेहा तिवारी, पूजा चौहान।