पारे में लगातार उछाल, जनमानस होने लगा बेहाल
जागरण संवाददाता, एटा: गर्मी तेजी के साथ बढ़ रही है। बुधवार को पारे में और उछाल आया। सूर्यदेव की प्रचंडता बढ़ने के साथ ही तापमान 43 डिग्री सेल्सियस को छू गया। वैसे तो पिछले तीन-चार दिनों से तापमान में तल्खी है। 39 डिग्री सेल्सियस सप्ताह की शुरूआत में दर्ज किया गया तापमान तीन दिन में ही 4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी के साथ बुधवार को 43 डिग्री सेल्सियस हो गया। उधर गर्म हवाएं और लू के थपेड़े लोगों को तमाम दिक्कतें दे रहे हैं। हालांकि मौसम विभाग आगे और तापमान बढ़ने का संकेत दे रहा है, लेकिन इससे पहले ही गर्मी का मौसम हर किसी को पसीना से तरबतर करने लगा है। न्यूनतम तापमान अभी भी लगातार स्थिर बना हुआ है। बुधवार को भी न्यूनतम तापमान 24, 25 डिग्री सेल्सियस के मध्य रहा।
जागरण संवाददाता, एटा: गर्मी तेजी के साथ बढ़ रही है। बुधवार को पारे में और उछाल आया। सूर्यदेव की प्रचंडता बढ़ने के साथ ही तापमान 43 डिग्री सेल्सियस को छू गया।
वैसे तो पिछले तीन-चार दिनों से तापमान में तल्खी है। 39 डिग्री सेल्सियस सप्ताह की शुरूआत में दर्ज किया गया तापमान तीन दिन में ही 4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी के साथ बुधवार को 43 डिग्री सेल्सियस हो गया। उधर गर्म हवाएं और लू के थपेड़े लोगों को तमाम दिक्कतें दे रहे हैं। हालांकि मौसम विभाग आगे और तापमान बढ़ने का संकेत दे रहा है, लेकिन इससे पहले ही गर्मी का मौसम हर किसी को पसीना से तरबतर करने लगा है। न्यूनतम तापमान अभी भी लगातार स्थिर बना हुआ है। बुधवार को भी न्यूनतम तापमान 24, 25 डिग्री सेल्सियस के मध्य रहा। गर्माहट और लू के थपेड़ों जनमानस को तो बेहाल कर ही रहे हैं। वहीं पशुओं के लिए भी समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं। तापमान की वृद्धि से सड़कों और बाजारों का नजारा पूरी तरह से परिवर्तित दिखाई देता है, जहां सुबह-शाम ही लोग खरीददारी में दिलचस्पी ले रहे हैं। अन्यथा दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा गर्मी से लोगों के बचने की स्थिति को साफ करता देखा जा सकता है।
यात्री भी इन दिनों सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक यात्रा करने से परहेज कर रहे हैं। किसी भी तरह मौसम की मार से बचा जा सके। मच्छरों के कारण तो पहले से ही है। ऐसे में गर्मी के बाद रात में मच्छरों का हमला समस्या बन गया है। धूप में निकलने से पहले लोग सबकुछ तैयारी करके ही निकल रहे हैं। जेष्ठ माह शुरू होने में कुछ दिन शेष हैं। ऐसी स्थिति में लोग अभी तापमान में और इजाफा होना मान रहे हैं। स्कूली बच्चों पर नहीं कोई रहम
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गर्मी को देखते हुए जहां शासन ने स्कूलों का समय बदलने के लिए संकेत दिए हैं और कुछ जिलों में इसका अनुपालन भी होने लगा है। अभी भी जिले में जहां सरकारी स्कूल सुबह 8 बजे से 1 बजे तक संचालित हैं। वहीं प्राइवेट स्कूलों का समय भी कमोवेश यही है। स्कूल जाते समय भले ही बच्चों को समस्या न हो, लेकिन लौटने के दौरान तपती दुपहरी से बच्चों की सेहत को लेकर अभिभावक भी ¨चतित हैं। बच्चे भी स्कूल से निकलते ही आइसक्रीम व ठंडा पानी पीने के लिए ऐसे टूटते हैं कि वाकई उन्हें गर्मी का बहुत अहसास है। ग्रामीण क्षेत्रों में घर से दो-दो किलोमीटर दूर पढ़ने जाने वाले बच्चों की हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है। खान-पान को लेकर संजीदगी बढ़ी
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वैसे तो इन दिनों सहालगों का मौसम है, लेकिन मौसम में बढ़ती गर्मी को लेकर खान-पान संबंधित संजीदगी भी जागरूक लोगों में देखने को मिल रही है। लोग यात्रा के दौरान पानी, नीबू तथा अन्य पेय पदार्थों के अलावा ओआरएस व इलेक्ट्रॉल पाउडर, ग्लूकोनडी भी साथ रखने के लिए मजबूर हैं। हर किसी को स्वास्थ्य की ¨चता है। इसके अलावा भी गर्मी से अन्य रोग पनप रहे हैं।