सर्दियों की दस्तक से गरमाने लगा बाजार
सर्दियों ने दस्तक दे दी है, जिसके साथ ही लोगों की दिनचर्या और पसंद बदल रही है। ठंडे मौसम के मिजाज को मद्देनजर रखते हुए कपड़ा मार्केट में गर्म वस्त्रों की आमद हो गई है। बच्चों से लेकर बड़ों तक के कपड़े उपलब्ध हैं। हालांकि अभी छोटे बच्चों के कपड़ों और ऊन की मांग अधिक है।
जागरण संवाददाता, एटा: सर्दियों ने दस्तक दे दी है, जिसके साथ ही लोगों की दिनचर्या और पसंद बदल रही है। ठंडे मौसम के मिजाज को मद्देनजर रखते हुए कपड़ा मार्केट में गर्म वस्त्रों की आमद हो गई है। बच्चों से लेकर बड़ों तक के कपड़े उपलब्ध हैं। हालांकि अभी छोटे बच्चों के कपड़ों और ऊन की मांग अधिक है।
नवंबर माह के आगे बढ़ते-बढ़ते ठंड ने भी अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। अभी भले ही दिन में धूप की वजह से पारा सामान्य रहता है, लेकिन शाम के बाद एकाएक ठंड बढ़ जाती है। जिसे देखते हुए लोगों ने मोटे और गर्म कपड़े पहनने शुरू कर दिए हैं। दीपावली तक गर्म मौसम के लिहाज से कपड़ों की मांग थी, जिसके अनुरूप ही दुकानों पर स्टॉक उपलब्ध था। जबकि दीपावली बाद कपड़ों की मांग में बदलाव आया है। इसे लेकर व्यापारियों ने गर्मी के कपड़ों का बचा स्टॉक हटाना शुरू कर दिया है। ऊनी और गर्म वस्त्रों से दुकानों के शो केस सजाए जा रहे हैं। बाबूगंज, गांधी मार्केट, मैनगंज आदि बाजारों की गारमेंट दुकानों में गर्म वस्त्र का स्टॉक लगातार बढ़ता नजर आ रहा है।
स्वैट टीशर्ट की मांग अधिक: युवा वूलन स्वेटर पसंद नहीं कर रहे। जैकेट वाली सर्दी नहीं है। इस समय सबसे अधिक स्वैट टीशर्ट की मांग है।
- विकास जैन, कपड़ा व्यापारी
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महिलाओं को डिजायनर कार्डिगन भा रहे हैं। जबकि सुबह के समय टहलने वाले लोग ट्रैक सूट की मांग कर रहे हैं।
- विकास मिनौचा, कपड़ा व्यापारी
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सुबह-शाम के समय गर्म कपड़ों की जरूरत है। इस लिहाज से अब खरीदारी भी ऐसे ही कपड़ों की हो रही है।
- पंकज कनौजिया
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हर सीजन में फैशन बदल जाता है। पहले के रखे कपड़े बच्चों को पसंद नहीं आते। जबकि नए ट्रैंड के कपड़े खूब भा रहे हैं।
- अवनीश दुबे