मलावन का गो आश्रय स्थल बनेगा मॉडल
एटा जासं। भारतीय गोवंश रक्षण एवं संवर्धन परिषद ब्रज प्रांत की समिति ने मुख्यालय स्थित गोशाला का जायजा लिया। इस दौरान टीम ने गोवंश के संरक्षण के लिए की जा रही व्यवस्थाओं की पड़ताल के साथ ही पशुपालन विभाग से गतिविधियों पर चर्चा की। मुख्यालय स्थित गोपाल गोशाला में दो गायों की मौत की जानकारी पर पहुंची समिति प्राधिकारियों की टीम ने जहां गोशाला में चारे तथा गोवंश के आश्रय स्थल की व्यवस्थाओं को देखा।
एटा, जासं। भारतीय गोवंश रक्षण एवं संवर्धन परिषद ब्रज प्रांत की समिति ने मुख्यालय स्थित गोशाला का जायजा लिया। इस दौरान टीम ने गोवंश के संरक्षण के लिए की जा रही व्यवस्थाओं की पड़ताल के साथ ही पशुपालन विभाग से गतिविधियों पर चर्चा की।
मुख्यालय स्थित गोपाल गोशाला में दो गायों की मौत की जानकारी पर पहुंची समिति प्राधिकारियों की टीम ने जहां गोशाला में चारे तथा गोवंश के आश्रय स्थल की व्यवस्थाओं को देखा। हालांकि चारे के अभाव में गायों की मौत जैसी स्थिति नहीं मिली। गायों की स्वभाविक मौत हुई थी। यहां की व्यवस्थाओं को देखने के बाद टीम ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. कुशलपाल सिंह से मुलाकात कर गोवंश के रखरखाव व पालन पोषण से संबंधित जानकारी ली। सीवीओ ने बताया कि सकीट ब्लॉक के मलावन में कान्हा पशु आश्रय स्थल को मॉडल के रूप में विकसित किया जा रहा है। जल्दी ही प्रत्येक ब्लॉक में इसी तरह मॉडल आश्रय स्थल बनाए जाएंगे।
बताया कि वर्तमान में 8 ग्रामीण तथा 6 नगरीय गोशालाएं संचालित हैं। सभी पशु चिकित्साधिकारियों को अपने- अपने क्षेत्र के आश्रय स्थलों का नियमित भ्रमण व गोवंश का चेकअप कर उपचार के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस तरह का प्रस्ताव भेजा गया है कि गोवंश का पालन करने वाले ग्रामीण के खातों में सीधे धनराशि भेजी जाए। इस दौरान समिति के सदस्य रामतीर्थ शास्त्री रमेशचंद्र सक्सेना, गौरव पाठक, विकास चौधरी तथा डा. राजीव कुमार मौजूद थे।