सीएए वापस नहीं हुआ तो होगा 'महाभारत': अखिलेश
नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) को लेकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिले
एटा, जागरण संवाददाता : नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) को लेकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को यहां कहा कि ये कानून वापस नहीं हुआ तो देश में 'महाभारत' होगा। उनका आशय इसके विरोध में हो रहे प्रदर्शनों से था। कहा कि यह कानून लोकतंत्र के खिलाफ है। इस कानून की वजह से तमाम लोग मारे गए। सरकार पीड़ितों के आंसू तक नहीं पोछ रही।
वे यहां रविवार को एक विवाह समारोह में भाग लेने आए थे। मीडिया से बात करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि सीएए कानून लाकर केंद्र सरकार ने पूरे देश को अस्थिर कर दिया है। धर्म के आधार पर शरण दी जा रही है, इससे ज्यादा हम सबका दुर्भाग्य और क्या हो सकता है। असम में आज इनर लाइन परमिट लेना पड़ता है, तब आप वहां के प्रमुख इलाकों में घूम सकते हैं, दोहरी व्यवस्थाएं सरकार ने लागू कर रखीं हैं। सरकार खुद सीएए का मतलब नहीं जानती तो फिर जनता को क्या समझाएगी। जेएनयू हिसा को लेकर छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष का बचाव करते हुए अखिलेश ने कहा कि उन्हें सरकार मुकदमों में फंसा रही है। असली हमलावरों के चेहरे तो सामने ही नहीं लाए जा रहे।
प्रदेश सरकार द्वारा कुछ जनपदों में लागू की जा रही कमिश्नर प्रणाली पर भी पूर्व मुख्यमंत्री ने सवाल उठाते हुए कहा कि इस प्रणाली की जगह मुख्यमंत्री सिस्टम में सुधार करें तो ज्यादा अच्छा है। कहा कि जिन आइपीएस अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं उनकी जांच होनी चाहिए, लेकिन निष्पक्षता के साथ। मुख्यमंत्री अफसरों की जाति देखकर कार्रवाई करते हैं, जो ठीक नहीं। मुख्यमंत्री गाय की पूजा करते हैं, लेकिन गोशालाओं में गायों की स्थिति क्या है, उन्हें दिखाई नहीं देता। गायों के लिए चारा नहीं है। ठंड में बीमार पड़ रही हैं, यह सब व्यवस्था सरकार नहीं तो और कौन करेगा? सपा अध्यक्ष ने हम पर आरोप लगाए जाते थे कि हमने यादवों को नौकरियां दे दीं, अब आप (भाजपा) सरकार में हैं तो लोधी, पाल, बघेलों, क्षत्रियों को नौकरियां क्यों नहीं दे देते। प्रदेश में अपराध बढ़ रहे हैं। उन्होंने 'छपाक' फिल्म का पक्ष लेते हुए कहा कि फिल्म का जो लोग विरोध कर रहे हैं वह गलत है, यह फिल्म सबको देखनी चाहिए। यह फिल्म समाज को सकारात्मक संदेश दे रही है।