गलियों में चहलकदमी, बढ़ सकती सख्ती
कोरोना से बचना है तो घरों के अंदर ही रहें सब स्थिति पर प्रशासन की नजर
एटा, जासं। पूरा जनपद लॉकडाउन है। दूसरे दिन सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। वहीं गलियों में लोग चहल-कदमी करते रहे, हालांकि पुलिस फोर्स लोगों को बार-बार घरों के अंदर भेज रहा है। ऐसे में सबसे बड़ी बात यह है कि जो लोग खुद को खतरे में डाल रहे हैं वे अपने परिवार के साथ दूसरों के लिए भी सिरदर्द बन सकते हैं। ऐसे में प्रशासन बार-बार चेतावनी दे रहा है कि लोग घरों के अंदर ही रहें, वरना प्रशासन सख्ती करने से नहीं हिचकेगा।
गुरुवार सुबह से ही सड़कों पर सन्नाटा रहा। सिर्फ जरूरत की चीजें आपूर्ति करने वाले वाहन ही निकल पा रहे थे। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया तो वाहनों की संख्या सड़क पर बढ़ी। ऐसे में पुलिस हरकत में आ गई और वाहन सवारों को सख्ती के साथ घर भेज दिया गया। सिर्फ उन्हें ही छूट दी गई जो बीमार लोगों को लेकर अस्पताल जा रहे थे या फिर आवश्यक सेवाओं में शामिल थे। इसके अलावा अन्य किसी को सड़क पर आने की इजाजत नहीं है। जीटी रोड पर पुलिस ने बेरीकेडिंग कर रखी थी। अगर कोई गुजरता है तो हर किसी को टोका जा रहा है।
गली-कूचों में लोग निकलने से बाज नहीं आ रहे। वे खतरे का जोखिम उठा रहे हैं। स्थिति यह है कि जब पुलिस की गाड़ी गलियों तक पहुंच जाती है तो उसे देखकर लोग अंदर हो जाते हैं और उसके बाद फिर चहल-कदम शुरू हो जाती है, जबकि प्रधानमंत्री का आह्वान यह है कि लोग पूरी तरह से घरों में रहें और बाहर न निकलें। चूंकि सब्जी, फल, राशन की दुकानें खुली हुईं हैं इसलिए लोग जरूरत का सामान लेने के लिए भी निकल रहे हैं। ऐसे में प्रशासन अपील कर रहा है कि लोग एक बार में ही जरूरत का सामान खरीदें। बार-बार दुकान पर न जाए। इनसे सीखें : 24 घंटे की ड्यूटी और सड़क पर दफ्तर
लॉकडाउन का पालन कराने के लिए सरकार कितनी गंभीर है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पुलिस और प्रशासनिक कर्मचारियों, अधिकारियों के अवकाश रद कर दिए गए हैं। पुलिसकर्मी 24 घंटे तक सड़क पर ड्यूटी कर रहे हैं। इनकी ड्यूटी इसलिए है कि लॉकडाउन का पालन करें। अफसरों का इतना समय नहीं मिल पा रहा कि दफ्तर में बैठकर काम निपटाएं। हर चार घंटे के बाद शासन को स्थिति की रिपोर्ट भेजी जा रही है। ऐसे में डीएम सुखलाल भारती, एसएसपी सुनील कुमार सिंह सड़क पर गश्त के दौरान फाइलों का कामकाज निपटाते दिखे। यह सब इसलिए है कि लोग घरों के अंदर रहें, क्योंकि बाहर निकलने पर कोरोना वायरस का खतरा बढ़ जाता है। जरा सी चूक जानलेवा साबित हो सकती है। पता भी नहीं चलेगा और हो जाएगा चालान:
लॉकडाउन के दौरान सड़क पर वाहन निकले तो आपको पता भी नहीं चलेगा और आपकी गाड़ी का चालान हो जाएगा। पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि लॉकडाउन के दौरान जो भी बाहर निकले उसके वाहन का तत्काल चालान कर दिया जाए। चालान की व्यवस्था भी ऐसी है कि पुलिस को सिर्फ गाड़ी का नंबर चाहिए। अगर आप अपना वाहन लेकर पुलिस से बचकर भाग भी रहे हैं तो भी पुलिस नंबर देखकर डिजिटल चालान काट देती है। बुधवार से लेकर गुरुवार दोपहर तक 250 से भी अधिक वाहनों के जिलेभर में चालान कर दिए गए हैं।