कमाल खान ने बिखेरा गजलों का जादू
जागरण संवाददाता, एटा: एटा महोत्सव में आयोजित कमाल खान नाइट में गायकों ने गजलों का जादू तो ि
जागरण संवाददाता, एटा: एटा महोत्सव में आयोजित कमाल खान नाइट में गायकों ने गजलों का जादू तो बिखेरा, लेकिन दर्शक ज्यादा नहीं जुट सके। इसलिए गजलों का रंग फीका ही रहा। हालांकि कमाल ने एक से बढ़कर एक गजलें पेश कीं। कई फिल्मों में गाई गईं गजलें भी प्रस्तुत कीं, जिनकी सराहना भी हुई, लेकिन दाद देने वाले लोग सिर्फ गिने-चुने ही थे।
कमाल खान अपनी टीम के साथ समय से प्रदर्शनी मंच पर पहुंच गए थे। शुरुआत से ही दर्शकों की तादाद कम थी। उम्मीद यह थी कि कार्यक्रम शुरू होने के बाद भीड़ कुछ बढ़ जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। फिर भी जितने भी लोग मौजूद थे, उनका गजल गायक और उनकी टीम ने भरपूर मनोरंजन किया। तालियां भी बजीं और लोगों ने अपनी-अपनी इच्छा के अनुरूप गजलों की फरमाइश भी की, जिन्हें कमाल खान ने कबूल भी किया। उन्होंने इश्क सूफियाना गजल जब सुनाई तो वह दर्शकों को बहुत पसंद आई। इसके बाद वे एक से बढ़कर एक नज्म सुनाते रहे। उनके साथ आए सह कलाकारों की टीम भी उनका भरपूर साथ दे रही थी। म्यूजिशन की टीम भी गजल गायक अपने साथ लेकर आए थे।
उन्होंने साजन तेरे आन, पता नहीं रव कह दियां फिल्म तीस मार खान की गजल वल्लाह रे वल्लाह, अखियों ने रहने दूं अखियों के आसपास, झूठ बोलियां हायो रब्बा, इश्क नचायां, अखियों दी अखियों रूबरू, मौला वे तेरे हीर नू और दिल शांडा लूटियां आदि रचनाएं प्रस्तुत कीं। कार्यक्रम कई घंटे तक अनवरत चलता रहा। इस दौरान जिला प्रशासन के कई आलाधिकारी, आयोजक व शहर के लोग मौजूद रहे।