प्रभु की भक्ति प्रदान करती है संपूर्ण कल्याणों को
भगवान शांतिनाथ के महामंडल विधान में झूम उठे श्रावक-श्राविकाएं श्रद्धालुओं ने श्रद्धा से अर्पित किए श्रीफल अक्षत
जासं, एटा: शहर के पुरानी बस्ती स्थित दिगंबर जैन पदमावती पुरवाल पंचायत के बड़े जैन मंदिर में बुधवार को भगवान शांतिनाथ के महामंडल विधान में श्रद्धा दिखाई दिया। श्रद्धालुओं ने श्रीफल अक्षत प्रभु प्रतिमा के चरणों में अर्पित किए। आचार्य ने बताया कि प्रभु की भक्ति सभी कल्याणों को प्रदान करने वाली है।
मंदिर में आचार्य विमर्श सागर के सानिध्य में भगवान शांतिनाथ का महामंडल विधान आरंभ हुआ। श्रावक-श्राविकाएं अपने आराध्य को नाच गाकर मना रहे थे। लोगों ने अपने श्रीफल प्रभु चरणों में अर्पित किए। आचार्य ने कहा कि प्रभु की भक्ति हर प्रकार की दैहिक और दैविक परेशानी को दूर करने वाली है। जो भी व्यक्ति श्रद्धा और भक्ति से पूजन करता है, उसके सभी प्रकार के संकट दूर हो जाते है। विधान में जैन मिलन परिवार के अध्यक्ष विजय जैन विज्जी, मंत्री धवल जैन, कोषाध्यक्ष सतीश चंद्र जैन, महिला जैन मिलन अध्यक्ष उर्मिल जैन, मंत्री ललिता जैन, जैन समाज के मीडिया प्रभारी आलोक जैन, विकास जैन, सीमा जैन, बौबी जैन, दीपक जैन, सुधीर जैन, प्रदीप जैन, आरती जैन, दीपिका जैन, मौनी जैन, कुनाल जैन आदि मौजूद रहे।