Move to Jagran APP

भगवा सरकार का डर रिजल्ट देख कर हुआ दूर

एटा: भगवा सरकार में हुईं पहली बोर्ड परीक्षाओं के दौरान भले ही नकल पर रोक के बावजूद रिजल्ट काफी सुखद रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Apr 2018 11:37 PM (IST)Updated: Sun, 29 Apr 2018 11:37 PM (IST)
भगवा सरकार का डर रिजल्ट देख कर हुआ दूर
भगवा सरकार का डर रिजल्ट देख कर हुआ दूर

जागरण संवाददाता, एटा: भगवा सरकार में हुईं पहली बोर्ड परीक्षाओं के दौरान भले ही नकल पर अंकुश और सीसीटीवी कैमरों की निगरानी को लेकर विद्यार्थियों में भय रहा, लेकिन परीक्षा परिणाम ने विद्यार्थियों की बल्ले-बल्ले कर दी है। पिछले साल जिला प्रशासन की सख्ती के कारण परीक्षा परिणाम और स्कूल संचालक बैकफुट पर नजर आए, लेकिन इस बार परिणामों में हुई वृद्धि से कहीं न कहीं नकल को हवा मिलने की स्थिति और परीक्षार्थियों के प्रति बोर्ड का भी नरम रवैया नजर आया है। अब तक डरते रहे विद्यार्थी और स्कूल संचालक खुश हुए हैं। जिले का हाईस्कूल परीक्षाफल 76.81 तथा इंटरमीडिएट में 72.55 फीसद परीक्षार्थी ही उत्तीर्ण हुए हैं। प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या फिर बढ़ गई है।

loksabha election banner

वर्ष 2017 की बोर्ड परीक्षाओं में हालात यह हो गए थे कि तत्कालीन जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने नकल के माहौल में भी ऐसा अंकुश लगाया था कि हाईस्कूल का परिणाम 60.43 तथा इंटरमीडिएट का रिजल्ट 44.77 फीसद ही रहने के साथ जिला सबसे फिसड्डी हो गया। 2018 की परीक्षाओं में भी भाजपा सरकार ने शुरू से सख्ती दिखाई तो परीक्षार्थियों को डर खूब लगा। परीक्षाएं शुरू होने के बाद प्रशासन ने भी खूब हाथ-पैर चलाए। सीसीटीवी कैमरों में परीक्षा हुई। ऐसे में यही माना जा रहा था कि परीक्षा परिणाम ज्यादा वृद्धि नहीं करेगा, लेकिन परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद परीक्षार्थियों की बांछें तो खिल ही गईं। वहीं अपने स्कूलों के भविष्य को लेकर परेशान स्कूल संचालकों के भी लटके चेहरे खिल उठे हैं।

परीक्षा परिणाम के फीसद में वृद्धि देखी जाए तो कुछ परीक्षार्थियों की पढ़ाई और मूल्यांकन में बरती गई राहत भी मानी जा रही है। परीक्षा के नतीजे उत्साहित करने वाले ही रहे हैं। स्कूल संचालक उम्मीद कर रहे हैं कि अबकी बार नामांकन में वृद्धि होगी।

परीक्षा परिणाम के अनुसार हाईस्कूल में 35405 परीक्षार्थियों में 27196 तथा इंटरमीडिएट में 32019 परीक्षार्थियों में 23229 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इस तरह परीक्षाफल में वृद्धि हुई है। डीआइओएस एसपी यादव ने सभी मेधावियों को सफलता पर बधाई दी है।

प्रदेश में ऊंचा हुआ स्थान

2017 की बोर्ड परीक्षा में जिले के हालात काफी खराब रहे। इंटरमीडिएट में जहां जिले को 75वां स्थान मिला था, वहीं इस साल जिला 49वें स्थान पर रिजल्ट में 27.78 फीसद की बढ़ोत्तरी के साथ पहुंच गया है। हाईस्कूल में भी पिछले साल जनपद 74वें स्थान पर रहा, लेकिन इस बार परीक्षाफल में 16.38 फीसद के इजाफे के साथ प्रदेश में 34वां स्थान मिला है। इस तरह रिजल्ट में जनपद के चढ़ाव से महकमे में भी खुशी है कि कुछ लौटा गौरव वापस आया है। चार वर्षीय परीक्षाफल की स्थिति

---------------------------

वर्ष हाईस्कूल इंटरमीडिएट

2015 82.74 89.19

2016 88.48 81.87

2017 60.43 44.77

2018 76.81 72.55 2018 के रिजल्ट पर एक नजर

--------------------

परीक्षा कुल पंजीकृत परीक्षा में सम्मलित उत्तीर्ण परीक्षार्थी

हाईस्कूल 47426 35405 27196

इंटरमीडिएट 39618 32019 23229


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.