Move to Jagran APP

पराली जलाने के नाम हो रहा किसानों का उत्पीड़न

एटा जासं। पराली जलाने के नाम पर किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है। किसान-मजदूर के दर्द की यह दास्तां सोमवार को समग्र विकास परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल संघर्षी ने कलक्ट्रेट पर किसानों के धरना प्रदर्शन के दौरान व्यक्त की।

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Nov 2019 10:41 PM (IST)Updated: Tue, 12 Nov 2019 06:23 AM (IST)
पराली जलाने के नाम हो रहा किसानों का उत्पीड़न
पराली जलाने के नाम हो रहा किसानों का उत्पीड़न

एटा, जासं। पराली जलाने के नाम पर किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है। किसान-मजदूर के दर्द की यह दास्तां सोमवार को समग्र विकास परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल संघर्षी ने कलक्ट्रेट पर किसानों के धरना प्रदर्शन के दौरान व्यक्त की।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि यदि किसान पराली को नष्ट करने को जलाने का काम करता है, तो पूरे देश में कोहराम मचा दिया जाता है। जबकि सच्चाई यह है कि जितना प्रदूषण देश में पराली जलाने से होता है, उससे कहीं अधिक फैक्ट्रियों, ईंट भट्टा से होता है। पराली आदि नष्ट करने को कई बड़ी कंपनियों ने कई प्रकार के उपकरण बेचने के लिए बाजारों में भेजे हैं। इसलिए इन उपकरणों को बेचने वाले चंद उद्योगपतियों द्वारा किसानों पर मुकदमे करा उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होने किसानों के इस शोषण के विरुद्ध नौजवानों से संघर्ष को तैयार रहने का संदेश दिया।

इस दौरान धरने में राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल सोलंकी, प्रदेश महासचिव अरविद शाक्य, मंडल उपाध्यक्ष डा. राजपाल सिंह वर्मा, जिलाध्यक्ष थानसिंह लोधी, द्वारिका प्रसाद वर्मा, अशोक कुमार, नत्थू खां, राजेश पथरिया, योगेश दीक्षित, राजेश गुप्ता, सत्यपाल वर्मा, रामौतार प्रभू सहित तमाम किसान मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.