सरकारी कोल्ड स्टोरेज बंद, भवन हुए जर्जर
शहर में सरकारी कोल्ड स्टोरेज बंद पड़े हैं। इन कोल्डस्टोरों के भवन जर्जर हो चुके हैं। सहकारी संस्थाओं द्वारा इन कोल्ड स्टोरों को उपचारित किए जाने के कभी प्रयास नही किए गए। यदि सरकारी कोल्ड स्टोर पुन चलन में लाए जाने के प्रयास किए जाते तो किसानों को इन कोल्ड स्टोरेज से जहां लाभ मिलता वहीं सहकारी संस्थाओं में भी राजस्व की बेहतर वृद्धि के परिणाम सामने आते।
एटा, जासं। शहर में सरकारी कोल्ड स्टोरेज बंद पड़े हैं। इन कोल्डस्टोरों के भवन जर्जर हो चुके हैं। सहकारी संस्थाओं द्वारा इन कोल्ड स्टोरों को उपचारित किए जाने के कभी प्रयास नही किए गए। यदि सरकारी कोल्ड स्टोर पुन: चलन में लाए जाने के प्रयास किए जाते, तो किसानों को इन कोल्ड स्टोरेज से जहां लाभ मिलता, वहीं सहकारी संस्थाओं में भी राजस्व की बेहतर वृद्धि के परिणाम सामने आते।
जिलें में सहकारी क्रय विक्रय समितियों के दो कोल्डस्टोर हैं। जिनमें एक मुख्यालय के अलीगंज रोड तिराहे तथा दूसरा अलीगंज नगर में स्थित है। जबकि एक कोल्डस्टोर कासगंज जिला मुख्यालय पर है। करोड़ों की लागत से इन कोल्डस्टोर को किसानों की सहूलियत के लिए स्थापित किया गया था। इसके लिए बैंक से करोड़ों का कर्ज लिया गया। मगर पिछले ढाई दशक से ये कोल्डस्टोर न सिर्फ बंद पड़े हैं, बल्कि कर्ज में डूबे है। इन कोल्ड मे लाखों की लागत से लगी बर्फ कारखाने की मशीनरी भी जंग खा गई है। एटा कोल्डस्टोर की थी अलग पहचान
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मुख्यालय के अलीगंज रोड स्थित कोल्डस्टोर की किसानों में अलग ही पहचान थी। यहां किसान आलू का बड़ी मात्रा में भंडारण करते थे। कम कीमत में आलू के भंडारण से किसानों को खासी सहूलियत रहती थी। वहीं इन कोल्डस्टोर के बर्फखानों से बर्फ का बड़ा कारोबार भी होता था। जिससे कोल्डस्टोरों को भारी मुनाफा होता था, वहीें लोगों को रोजगार भी मिलता था। बर्फ को निर्धारित स्थान तक पहुंचाने के लिए कई पल्लेदारों के परिवार पलते थे। जिनके हाथ अब रोजगार से खाली हैं। ------
कोल्डस्टोर के दुबारा संचालन की कोई गुंजाइश नही है। लाखों के विद्युत कर का बकाया होने से बिजली कनैक्शन कटे पड़े हैं। बैंकों का कर्ज भी करोड़ों में हैं। जिससे संचालन को कोई प्रयास नही हो पा रहे। पूरे प्रदेश में 286 कोल्डस्टोर बंद पड़े हैं। इन्हे प्राइवेट सेक्टर को नीलाम किए जाने के भी कोई प्रयास नही हुए हैं। दीपक सिंह, एआर कोऑपरेटिव