गणेश चतुर्थी आज, पंडाल नहीं, घरों में विराजेगे गणपति
सामूहिक आयोजन न होने से गायब दिखीं प्रतिमाएं पूर्ण बंदी को लेकर श्रद्धालुओं ने की तैयारियां पूरी
एटा, जासं। गणेश चतुर्थी को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह है। भले ही इस बार कोरोना संक्रमण को लेकर जगह-जगह पंडालों तथा मंदिरों में गणपति उत्सव नहीं होंगे, लेकिन श्रद्धालुओं ने गणपति को अपने-अपने घर विराजित करने की तैयारियां की है। शनिवार को पूर्ण बंदी के चलते श्रद्धालुओं ने शुक्रवार को ही पूजा अर्चना की तैयारियां की।
जिले में 10 सालों से गणेश चतुर्थी पर गणपति स्थापना को लेकर हर साल ही कार्यक्रमों की संख्या बढ़ती रही है। तीन सालों से तो गणपति बप्पा की गूंज गली मुहल्लों से लेकर गांव देहातों तक सुनाई दी है। इस बार कोरोना संक्रमण को लेकर पंडाल सजाने तथा गणपति शोभायात्रा पर प्रशासन ने प्रतिबंध लगाया है, लेकिन श्रीगणेश भक्तों का उत्साह कम नहीं है। पिछले सालों जहां तमाम लोग सामूहिक आयोजनों में सम्मिलित होकर पूजा करते, लेकिन प्रतिबंधों के मध्य श्रद्धालुओं ने अब अपने-अपने घरों पर गणपति को विराजित कर पूजा अर्चना की तैयारियां की हैं। पूर्व में जहां गणपति स्थापना के लिए भगवान की बड़ी-बड़ी प्रतिमाएं सजाई जाती रही, लेकिन इस बार घरों में ही गणपति पूजा के लिए छोटी प्रतिमाएं पसंद की गई है।
कारण यह है कि विसर्जन यात्राएं भी नहीं निकाली जाएंगी इस कारण श्रद्धालुओं ने श्रीगणेश की मूर्तियां खरीदने के साथ ही बाजार में पूजा अर्चना का सामान भी खरीदा। हालांकि मंदिरों में गणपति पूजा होगी, लेकिन सामूहिक आयोजन नहीं हो सकेंगे। स्कूल बंद होने के कारण घरों पर ही रह रहे बच्चों ने गणपति पूजा के लिए प्रतिमाएं अपने अभिभावकों के साथ खरीदी।