मकान में लगी आग, छत काट बचाए दो भाई
शनिवार देर शाम आंधी के दौरान चूल्हे से उठी चिगारी शोला बन गई। मकान में आग लगने से दो मूक बधिर भाई आग में फंस गए ग्रामीणों ने छत काटकर दोनों भाईयों को बाहर निकाला। आग से 11 हजार की नकदी समेत लाखों का घरेलू सामान स्वाह हो गया। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने आग बुझाना शुरू कर दिया।
मारहरा, जासं। शनिवार देर शाम आंधी के दौरान चूल्हे से उठी चिगारी शोला बन गई। मकान में आग लगने से दो मूक बधिर भाई आग में फंस गए, ग्रामीणों ने छत काटकर दोनों भाईयों को बाहर निकाला। आग से 11 हजार की नकदी समेत लाखों का घरेलू सामान स्वाह हो गया।
शनिवार देर शाम गांव भुरिगवां निवासी चंद्रवती पत्नी वरनजीत चूल्हे पर खाना बना रही थी। उसके मूक बधिर नाती 12 वर्षीय रवेंद्र और 15 वर्षीय योगेश कमरे में मौजूद थे। तभी अचानक आंधी के कारण चूल्हे से उठी चिगारी शोला बन गई। कुछ ही देर में आग ने उग्र रूप धारण कर लिया। मकान मकान से आग की तेज लपटें उठने लगीं। दोनों भाई कमरे में फंस गए। आग की लपटें देख चंद्रवती ने चीख-पुकार मचा दी। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने आग बुझाना शुरू कर दिया।
इस दौरान कुछ ग्रामीणों ने छत काटकर अंदर फंसे दोनों भाइयों को बाहर निकाला। चंद्रवती ने बताया कि आग से उसके घर में रखी 11 हजार की नकदी और डेढ़ लाख से अधिक का घरेलू सामान स्वाह हो गया। वहीं आंधी में गांव के निवासी नंदराम के मकान की दीवार ढह गई, जिसमें दबने से दो पशुओं की मौत हो गई।