आसमान से बरसी आग, आफत बनी गर्मी
एटा जासं। भीषण गर्मी का असर गुरुवार को कुछ ऐसा महसूस हुआ मानो आसमान से आग बरस रही हो। धूप और लू आग की तरह ही झुलसन का अहसास करा रही थी। जिसके चलते लोगों को दोपहर में बाहर निकलने की हिम्मत नहीं पड़ रही थी। अधिकतम तापमान 46 और न्यूनतम 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
एटा, जासं। भीषण गर्मी का असर गुरुवार को कुछ ऐसा महसूस हुआ, मानो आसमान से आग बरस रही हो। धूप और लू आग की तरह ही झुलसन का अहसास करा रही थी। जिसके चलते लोगों को दोपहर में बाहर निकलने की हिम्मत नहीं पड़ रही थी। अधिकतम तापमान 46 और न्यूनतम 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
गर्मी के तेवर हर दिन और तीखे होते जा रहे हैं। मई का अंत आते-आते यह चरम पर पहुंचती महसूस हो रही है। लगातार चढ़ता तापमान लोगों को बेहाल बनाए हुए है। धूप और लू किसी आफत से कम साबित नहीं हो रही। गुरुवार को भी सुबह से ही मौसम का मिजाज गर्म ही था। सूर्यदेव भी निकलने के बाद बहुत जल्द ही धूप के जरिए आग बरसाने लगे। जिसके चलते सुबह 10 बजे तक ही दोपहर जैसा अहसास होने लगा। समय और बढ़ने पर धूप का सामना करना मुश्किल हो गया। तल्ख धूप के साथ ही लू के थपेड़े भी झुलसाने में कसर नहीं छोड़ रहे थे। जरूरी कामों से बाहर निकलना जिन लोगों की मजबूरी थी वो अंगोछा, कैप, स्टॉल आदि से चेहरा व सिर पूरी तरह कवर किए हुए थे। जबकि छोटे-मोटे काम के लिए तो लोग हिम्मत ही नहीं जुटा सके। आलम यह था कि दोपहर के समय शहर के व्यस्ततम मार्ग जीटी रोड पर भी यातायात काफी कम था और कई बार सन्नाटे जैसी स्थिति नजर आई। ग्राहकों के अभाव में मुख्य बाजारों में भी रौनक नहीं दिखी।
ठंडे पेय पदार्थो की हुई जमकर बिक्री
गर्मी से बेहाल लोग राहत पाने के लिए ठंडे पेय पदार्थो को तलाशते नजर आए। अपनी पसंद के मुताबिक गन्ने का जूस, शर्बत, शिकंजी, कोल्डड्रिक आदि पीने के लिए दुकानों-ठेलों पर भीड़ दिखाई दी। खासतौर से रोडवेज बस स्टैंड व अन्य बाहर स्टैंड, कचहरी, कलक्ट्रेट आदि भीड़भाड़ वाले इलाकों पर ठंडे पेय पदार्थो की ही सर्वाधिक बिक्री हुई।