धरने पर बैठे ग्रामीण, विद्युत कर्मियों पर एफआइआर
गांव समदपुरा पर बाइपास निर्माण का काम चौथे दिन भी बंद रहा। ग्रामीण
एटा, जागरण संवाददाता : गांव समदपुरा पर बाइपास निर्माण का काम चौथे दिन भी बंद रहा। ग्रामीण और श्रमिक धरना देकर बैठे रहे। दूसरी तरफ विद्युत करंट से हुई श्रमिक खुशीराम की मौत के मामले में अज्ञात विद्युत कर्मियों के खिलाफ मृतक के पिता ने एफआइआर दर्ज कराई है।
चार दिन पूर्व गांव समदपुरा निवासी श्रमिक 30 वर्षीय खुशीराम की बाइपास निर्माण के दौरान लेबलिग की नापतोल करते वक्त विद्युत करंट की चपेट में आने से मौत हो गई थी। तभी से ग्रामीणों ने बाइपास पर काम बंद करा दिया है। चौथे दिन भी श्रमिकों ने काम नहीं किया। ठेकेदार ने काफी कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों ने एलान कर दिया कि जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक काम शुरू नहीं होगा। इस दौरान भाजपा नेता रामसेवक पहलवान के नेतृत्व में श्रमिक धरने पर बैठ गए और दिनभर नहीं उठे। कोई अधिकारी धरना स्थल पर नहीं पहुंचे। ग्रामीणों का कहना था कि खुशीराम के दो छोटे बच्चे हैं। एक बेटा कुलदीप कक्षा 3 में वहीं दूसरा बेटा कृष्णकांत कक्षा 1 में पढ़ता है, इसलिए मुआवजा दिया जाना जरूरी है। उधर विद्युत विभाग ने पहले ही पल्ला झाड़ लिया है। विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता संदीप सिंह ने बताया कि जिस तरह से श्रमिक की मौत हुई है उसके तहत मुआवजा देने का अधिकार विभाग के पास नहीं है। मुआवजा निर्माण कंपनी को देना चाहिए। इस बीच मृतक के पिता रामदत्त की तहरीर पर देहात कोतवाली पुलिस ने अज्ञात विद्युत कर्मियों के खिलाफ लापरवाही का मुकदमा दर्ज कर लिया। इंस्पेक्टर देहात कोतवाली इंद्रेश पाल सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।