आशंकाओं के बीच चुपके से गुजरा फणि
तमाम आशंकाओं और चिताओं के बीच चक्रवात फणि जिले में चुपके से गुजर गया। इसका कोई ज्यादा प्रभाव यहां नहीं रहा। जिससे किसी तरह का नुकसान आदि नहीं हुआ। आसमान में बादल छाये और ठंडी हवाएं चलने से तापमान में जरूर गिरावट आई जिससे लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली। अधिकतम तापमान नीचे गिरकर 38 डिग्री सेल्सियस पर आ गया।
एटा, जासं। तमाम आशंकाओं और चिताओं के बीच चक्रवात फणि जिले में चुपके से गुजर गया। इसका कोई ज्यादा प्रभाव यहां नहीं रहा। जिससे किसी तरह का नुकसान आदि नहीं हुआ। आसमान में बादल छाये और ठंडी हवाएं चलने से तापमान में जरूर गिरावट आई, जिससे लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली। अधिकतम तापमान नीचे गिरकर 38 डिग्री सेल्सियस पर आ गया।
दो दिन पहले ही अलर्ट जारी कर दिया गया था कि फणि का असर उत्तर प्रदेश में भी रहेगा। जिससे आंधी और बारिश हो सकती है। इन दिनों गेहूं की फसल कट चुकी है। थ्रेसिग का काम चल रहा है। जिन किसानों ने थ्रेसिग करा ली है, उनका भूसा खेतों में ही पड़ा है। ऐसे में आंधी और बारिश काफी नुकसान पहुंचा सकती थी। इसी चिता के कारण किसान गेहूं और भूसे को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की मशक्कत करते रहे। बीती रात के समय हवा चलने और बादल छाने से फणि की आहट महसूस हुई। ऐसा ही मौसम सुबह के समय भी बना। लेकिन असर हल्का ही रहा। न तो हवा ने आंधी का रूप लिया और न ही आसमान में छाए बादल पानी बनकर बरसे। दोपहर बाद समय तूफान का समय निकल जाने पर लोग बेफिक्र हो गए। सुबह से आसमान में बादलों का डेरा रहा। हालांकि दिन में कई बार बादल गहराए तो कई मर्तबा धूप निकली। मौसम खुशनुमा होने से सुकून मिला।