कांवड़ यात्रियों के लिए व्यवस्थाओं को लेकर कवायद शुरू, अस्थायी अवरोधकों को जगह चिह्नित
जासं, एटा : डीआइजी के दौरे के बाद कांवड़ यात्रियों के लिए व्यवस्थाओं को लेकर कवायद शुरू हो गई है और अस्थायी अवरोधक बनाने के लिए जगह चिंहित की जा रही है। जलेसर, एटा-आगरा, एटा-शिकोहाबाद मार्ग पर प्रत्येक दो किलोमीटर पर अवरोधक बनाए जाने हैं ताकि सावन के चौथे सोमवार को लेकर उमड़ने वाले कांवड़ यात्री के वाहनों की स्पीड पर लगाम लग सके।
सावन के तीसरे सोमवार के लिए निकली कांवड़ यात्रा के दौरान तमाम दुर्घटनाएं हुईं थीं, जिनमें एक कांवड़ यात्री की जान चली गई और 10 घायल हो गए थे। इस घटना को पुलिस ने गंभीरता से लिया है। डीआइजी दीपक कुमार को स्वयं एटा आना पड़ा। अब सावन के चौथे सोमवार को लेकर और ज्यादा भीड़ उमड़ने की उम्मीद है, क्योंकि यह सावन का अंतिम सोमवार होगा। इसलिए पहले से ही व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही हैं।
मुख्यत: कांवड़ यात्री जलेसर-आगरा रोड, एटा-आगरा रोड और एटा-शिकोहाबाद रोड तथा एटा-अलीगंज रोड पर अधिक गुजरते हैं। सबसे ज्यादा भीड़ एटा-आगरा और एटा-शिकोहाबाद रोड पर अधिक होती है। तीसरे सोमवार को जो दुर्घटनाएं हुईं वे इन्हीं मार्गों पर अधिक हुईं। इस वजह से यहां अब अवरोधक बनाने के लिए जगह चिंहित की जा रही है।
मंगलवार को कांवड़ यात्रा रूट पर पड़ने वाले थानों की पुलिस ने हर दो किलोमीटर पर अस्थायी अवरोधक बनाने के लिए जगह चिंहित की। यह काम गुरुवार तक पूरा हो जाएगा, क्योंकि शुक्रवार, शनिवार और रविवार को भीड़ अधिक उमड़ेगी और सोमवार को भी कांवड़ यात्रियों का तांता लगा रहेगा। अपर पुलिस अधीक्षक धनंजय कुशवाह ने बताया कि अवरोधक लगाने के लिए स्थान चिंहित किए जा रहे हैं ताकि दुर्घटनाएं कम हों। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रियों को भी अपने वाहनों की गति कम रखनी चाहिए।