Etah: नहर कटने से हजारों बीघा खेत में फैला पानी, धान, सरसो, बाजरा, गन्ना की फसलें डूबी, किसानों को भारी नुकसान
गांव विजयपुर के पास नहर का पुल है। इसके 20 मीटर आगे गांव लालपुर की तरफ कटान का पानी नजर आया है जहां से पानी बहकर खेतों में पहुंच रहा है। किसानों की हजारों बीघा फसल जलमग्न हो चुकी है। यह कटान सोमवार रात हुआ।
एटा, जागरण संवाददाता। विजयपुर पुल के पास से नहर कटने के कारण हजारों बीघा फसल जलमग्न हो गई। धान, सरसों, बाजरा, मूंगफली और गन्ना की फसल को नुकसान हुआ है। कटान के कारण पानी खेतों में बह रहा है। इतना ही नहीं यह पानी गांव बिल्सड़ की ओर पहुंच रहा है। सिंचाई विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन देर शाम तक कटान नहीं रोका जा सकता था।
गांव विजयपुर के पास नहर का पुल है। इसके 20 मीटर आगे गांव लालपुर की तरफ कटान का पानी नजर आया है, जहां से पानी बहकर खेतों में पहुंच रहा है। किसानों की हजारों बीघा फसल जलमग्न हो चुकी है। यह कटान सोमवार रात हुआ।
जानकारी होने पर भी असहाय नजर आए किसान
रात के वक्त ग्रामीणों को पता तो चल गया, मगर वे कुछ नहीं कर सके। ऐसी स्थिति में किसान असहाय हो गए और मंगलवार सुबह सिंचाई विभाग के अधिकारियों को सूचना दी। जिस पर अलीगंज के विधायक सत्यपाल सिंह राठौर, सिचाई विभाग के अधिकारी, राजस्व विभाग के अलीगंज के अधिकारी व पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया और कटान को बंद करने की कोशिशें शुरू हो गईं।
कटान बंद नहीं हुआ तो बढ़ सकता है नुकसान
कटान से धान, सरसों, अरबी, बाजरा, मूंगफली, गन्ना की फसल पूरी तरह समाप्त हो गई। अगर जल्द ही नहर का कटान बंद नहीं हुआ तो और ज्यादा नुकसान हो सकता है। कटान के कारण नहर का पानी, बिल्सड़, गढ़िया, जगन्नाथ, वीरपुर, लालपुर तक पहुंच चुका है।
किसान तंबाकू की खेती किए जाने के लिए खेत तैयार कर रहे थे, लेकिन उनमें पानी भर गया। समय रहते अगर कटान वाले स्थानों पर पहले से ही बंदोबस्त कर दिए जाते तो यह हालात नहीं होते।किसानों का कहना था कि प्रशासन को पहले ही सूचना दे दी गई थी। उस समय कटान धीरे-धीरे हो रहा था, लेकिन समय रहते प्रबंध नहीं किया गया।
किसानों ने किया जल शक्ति मंत्री को ट्वीट
किसानों ने प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को मैसेज भेजे हैं और ट्वीट भी किया है। किसानों ने कहा है कि अगर समय पर चेते होते तो उनकी फसल बर्बाद नहीं होती।