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विद्युत कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार, धरना दिया

कर्मचारियों ने चेतावनी दी यदि मांगें नहीं मानी तो जेल भरो आंदोलन शुरू होगा

By JagranEdited By: Published: Tue, 06 Oct 2020 06:55 AM (IST)Updated: Tue, 06 Oct 2020 06:55 AM (IST)
विद्युत कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार, धरना दिया
विद्युत कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार, धरना दिया

एटा, जासं। विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने निजीकरण के विरोध में हड़ताल की और धरने पर बैठे रहे। चेतावनी भी दी कि अगर मांग नहीं मानी गई तो जेल भरो आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।

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विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर विद्युत वितरण मंडल एटा के कार्यालय पर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के कर्मचारी पूरे दिन हड़ताल पर रहे। उन्होंने धरना दिया और नारेबाजी की। कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने की भी चेतावनी दी है। प्रदर्शन के दौरान अधिशासी अभियंता सोपाली सिंह ने कहा कि सरकार हमें दास प्रथा की ओर धकेल रही है। निजीकरण करने से विभागीय कर्मचारी ही नहीं बल्कि जनमानस का भी अहित होगा। वीर बहादुर, अभिषेक उपाध्याय ने कहा कि हमारी एकता ही शक्ति है, बिजली कर्मचारी किसी भी सूरत में निजीकरण नहीं होने देंगे, चाहें इसके लिए कितनी भी कुर्बानियां देनी पड़ें। अधिशासी अभियंता आरबी राय ने कहा कि सरकार को निजीकरण का निर्णय वापस ले लेना चाहिए। निजीकरण राष्ट्रहित में नहीं है। अधिशासी अभियंता केएच खान ने कहा कि निजीकरण से जनमानस और विद्युत विभाग के कर्मचारी त्रस्त हैं। संघर्ष समिति के संयोजक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि अब तक निजीकरण का प्रयोग कहीं भी सफल नहीं हुआ। राधेश्याम गुप्ता, आनंद शर्मा, अर्जुन कुमार, योगेश कुमार, विजय शंकर, आफताब आलम, सुमित गर्ग, पंकज बघेल, अजीत उपाध्याय, रोशन कुमार चौधरी, विजय कुमार गुप्ता, अतुल यादव, रिषीराम, राहुल कुमार, रूपेश मथुरिया, संजय कुमार शर्मा, वीरेश कुमार, सरिता, पुष्पा देवी, मिथलेश चौहान, राजकुमारी, अंकिता, मिथिलेश वर्मा, दिगंबर सिंह, ललित वाष्र्णेय आदि मौजूद रहे।

प्रशासन ने कीं वैकल्पिक व्यवस्थाएं:

विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है, इसलिए जिलाधिकारी सुखलाल भारती के निर्देश पर प्रशासन ने लेखपाल व आइटीआइ प्रशिक्षुओं समेत अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी विद्युत उपकेंद्रों पर लगाईं हैं। शाम तक अनिश्चितकालीन हड़ताल को लेकर असमंजस की स्थिति थी। विद्युत विभाग के कर्मचारी कह रहे थे कि मंगलवार को भी कामकाज नहीं होगा, जबकि प्रशासनिक अधिकारियों का कहना था कि अनिश्चितकालीन हड़ताल को लेकर कोई गाइड लाइन नहीं आई है। फिर भी जिलाधिकारी सुखलाल भारती ने कहा कि प्रशासन हर तरह की स्थिति से निपटने को तैयार है। सभी वैकल्पिक व्यवस्थाएं कर ली गई हैं।


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