एटा में दवा व्यवसाई ने फंदा लगाकर की खुदकुशी
दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला शव दो के खिलाफ दर्ज कराई रिपोर्ट
जासं, एटा: बागवाला क्षेत्र में दवा व्यवसाई ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। स्वजन ने ग्रामीणों की मदद से कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला। दो के खिलाफ खुदकुशी के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर लिया गया है।
शहर के मुहल्ला अशोक नगर निवासी 26 वर्षीय रवि गुप्ता की मेहता पार्क रोड पर दवा की दुकान है। ठंडी सड़क निवासी राकेश गुप्ता से तीन साल पूर्व दवा का लाइसेंस किराये पर लिया था। आरोप है राकेश के बहनोई दरियावगंज निवासी राजेश कुमार ने लाइसेंस उसके नाम कराने को लेकर रवि से एक लाख रुपये भी ले लिये थे। पोस्टमार्टम गृह पर मौजूद मृतक के भाई पंकज गुप्ता ने बताया कि धमकी से आहत होकर उसका भाई मंगलवार दोपहर गांव जाने की कहकर घर से निकल गया। कई बार स्वजन ने उसके मोबाइल फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन घंटी जाती रही। अनहोनी आशंका को लेकर वह जब गांव पहुंचा और रवि का फोन मिलाया तो कमरे के अंदर से घंटी की आवाज आ रही थी। अन्य स्वजन व ग्रामीणों की मदद से कमरे का दरवाजा तोड़ा तो गमछे के फंदे से लटका रवि का शव मिला। इधर, सीओ सिटी राजकुमार सिंह ने भी पोस्टमार्टम गृह पहुंच कर मृतक के भाई से खुदकुशी के कारणों के बारे में जानकारी ली। एसओ बागवाला रामकेश राजपूत ने बताया की पंकज गुप्ता की तहरीर पर खुदकुशी के लिए मजबूर करने का मामला राकेश और उसके बहनोई राजेश के खिलाफ दर्ज कर लिया गया है। मुठ्ठी में बंद मिला सुसाइड नोट:
दवा व्यवसाई द्वारा फंदा लगाकर खुदकुशी करने की सूचना पर पहुंची पुलिस को मृतक के हाथ की मुठ्ठी में मौत से पूर्व लिखा गया सुसाइड नोट मिला है। इसमें उसने मौत का जिम्मेदार राकेश और राजेश को ठहराया है।