चिकित्सक के यहां छापे में एक करोड़ की आय सरेंडर
जागरण संवाददाता, एटा: शहर में डॉ. श्याम ¨सह शाक्य के नर्सिंग होम पर आयकर विभाग द्वारा मा
जागरण संवाददाता, एटा: शहर में डॉ. श्याम ¨सह शाक्य के नर्सिंग होम पर आयकर विभाग द्वारा मारे गए छापे के दौरान चिकित्सक ने एक करोड़ की आय सरेंडर की है। विभागीय टीम गुरुवार देर रात सर्च कर वापस लौट गई। टीम ने चिकित्सक के यहां से मिले दस्तावेज अपने कब्जे में कर लिए हैं, जिनकी छानबीन की जा रही है। नर्सिंग होम संचालक को करीब 40 लाख रुपये टैक्स और इतना ही जुर्माना भरना पड़ेगा।
आयकर विभाग की टीम गुरुवार को सुबह 11.30 बजे अरुणानगर स्थित डा. शाक्य के नर्सिंग होम में दाखिल हुईं थीं और रात 2 बजे तक छानबीन करती रहीं। अधिकारी सर्च वारंट साथ लेकर आए थे। इस दौरान चिकित्सक के फार्म हाउस, नर्सिंग होम की आय-व्यय से संबंधित सभी दस्तावेज टीम ने अपने कब्जे में कर लिए, जिन्हें वे साथ ले गई। संचालक जितना टैक्स जमा कर रहे थे, उससे अतिरिक्त आय एक करोड़ रुपये निकली। इस संबंध में चिकित्सक ही नहीं, बल्कि उनके स्टाफ और मरीजों से भी पूछताछ की गई। चिकित्सक द्वारा दी गई जानकारी और स्टाफ से की गई पूछताछ के दौरान बयानों में विरोधाभास भी दिखा। कार्रवाई के दौरान हड़कंप मचा रहा।
तीन दिन से की जा रही थी निगरानी
आयकर विभाग के अधिकारी छापे के तीन दिन पहले से नर्सिंग होम की निगरानी कर रहे थे। विभागीय कर्मचारी अंदर पहुंचकर एक-एक जानकारी जुटा रहे थे। इस दौरान वे मरीजों से भी पूछताछ करते रहे। नर्सिंग होम के कर्मचारियों को कुछ शक तो हुआ, लेकिन वे समझ नहीं पाए कि आयकर विभाग की निगरानी में हैं। जब छापा मारा गया तब टीम में शामिल उन कर्मचारियों को देखकर नर्सिंग होम का स्टाफ दंग रह गया।
जुर्माना न लगाने की गुहार
कार्रवाई के दौरान आयकर विभाग के अधिकारियों ने नर्सिंग होम संचालक से जब यह कहा कि एक करोड़ की आय सरेंडर करने का मतलब है कि कम से कम 40 लाख रुपये का इनकम टैक्स और लगभग इतनी ही पेनल्टी तो चिकित्सक ने जुर्माना माफ करने की गुहार लगाई। इसके लिए एक अर्जी भी दी है।
जुर्माना माफी विभाग का विवेकाधिकार
आयकर अधिकारी राम दुलारे ने बताया कि चिकित्सक द्वारा जो एक करोड़ की आय सरेंडर की गई है, उसमें लगभग 40 लाख रुपये का जुर्माना भी बनता है। इसे माफ करना विभाग का विवेकाधिकार है। टीम ने जो दस्तावेज कब्जे में लिए हैं, उन्हें खंगाल रही है और उसमें यह देखा जा रहा है कि टैक्स चोरी किस हद तक की गई है। जुर्माना माफी पर शीर्ष अधिकारी ही विचार करेंगे। उन्होंने कहा कि सर्च के दौरान व्यवसाय और प्रॉपर्टी से संबंधित अभिलेख जांचे गए हैं। इसके अलावा बैंकों से जो लेनदेन किया गया, उसकी भी छानबीन की जा रही है।
संचालक ने बताई भाजपा की साजिश
नर्सिंग होम के संचालक एवं सपा नेता डा. श्याम ¨सह शाक्य ने आयकर विभाग के छापे को भाजपा की साजिश बताया है। उन्होंने अपने नर्सिंग होम पर बुलाई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चूंकि उन्होंने समाजवादी पार्टी से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट की दावेदारी की है, इसलिए कुछ भाजपा नेता उनकी छवि खराब करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि छापा इस तरह से मारा गया, मानो किसी अपराधी के ठिकाने पर दबिश दी गई हो। सबकुछ षड्यंत्र के तहत हुआ है। आयकर विभाग के अधिकारियों ने उन्हें मानसिक प्रताड़ना दी है। चिकित्सक ने कहा कि उन्होंने पार्टी नेतृत्व को पूरी जानकारी दे दी है कि उनका किस तरह से उत्पीड़न किया जा रहा है। समाजवादी पार्टी इस अन्याय को लेकर चुप नहीं बैठेगी। इस मौके पर पार्टी के जिलाध्यक्ष अशरफ हुसैन, पूर्व विधायक अमित गौरव यादव, भूपेंद्र प्रजापति, परवेज अली, अनिल प्रधान, सुनील यादव समेत कई सपा नेता मौजूद थे।