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मां के सातवें स्वरूप कालरात्रि के पूजन को उमड़े श्रद्धालु

कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन कराने में जुटे पुजारी श्रीफल व भोग अर्पित करके मातार

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Apr 2021 04:33 AM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 04:33 AM (IST)
मां के सातवें स्वरूप कालरात्रि के पूजन को उमड़े श्रद्धालु
मां के सातवें स्वरूप कालरात्रि के पूजन को उमड़े श्रद्धालु

कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन कराने में जुटे पुजारी

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श्रीफल व भोग अर्पित करके मातारानी से मांगा सुख और चैन

जागरण संवाददाता, एटा: नवरात्र शक्तिपर्व के सातवें दिन सोमवार को शहर के देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। जिस पर मंदिर व्यवस्था से जुड़े लोगों ने कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन करने की जिम्मेदारी उठाई। श्रद्धालुओं ने माता रानी के चरणों में श्रीफल अर्पित किया तथा भोग लगाकर सुख और चैन प्रदान करने की कामना की।

ठंडी सड़क स्थित शहर के प्रमुख पथवारी मंदिर और काली मंदिर पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगने लगी। जिस पर मंदिर व्यवस्था से जुड़े लोग सामाजिक दूरी के निर्देशों का पालन कराने में जुट गए। एक के बाद एक करके बारी-बारी सभी श्रद्धालुओं को मातारानी के सातवें स्वरूप कालरात्रि मां का पूजन कराया। ऐसी ही स्थिति शहर के दीनदयाल चौराहा स्थित जनता दुर्गा मंदिर, श्रंगार नगर स्थित देवी मठिया, शांतीनगर के छोटे काली मंदिर, मालगोदाम रोड स्थित बालाजी मंदिर स्थित देवी मंदिर में रही। जहां श्रद्धालुओं ने मातारानी के स्वरूप कालरात्रि मां की पूजा अर्चना कर चरणों में श्रीफल नारियल अर्पित किया। वहीं भोग लगाकर सुख और चैन प्रदान करने की कामना की। एटा कासगंज मार्ग स्थित शहर के निकटवर्ती गिरौरा स्थित मुरकटिया माता मंदिर पर भी श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। लोगों ने अपनी मनौतियां पूरी होने पर मातारानी को भेंट अर्पित की। कोरोना मुक्ति को महामारी विनाशक मंत्रों से किया यज्ञ: वैश्विक महामारी बने कोरोना वायरस के खिलाफ प्रत्येक स्तर पर जंग जारी है। ऐसे में मुहल्ला शांतीनगर के प्रबुद्ध नागरिकों ने इस बार मां भगवती के महामारी विनाशक मंत्र को अपना हथियार बनाते हुए क्षेत्र को कोरोना वायरस से मुक्ति दिलाने को यज्ञ कुंड में आहुतियां अर्पित कीं।

सनातन धर्म शास्त्रों की मानें तो वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए हवन और यज्ञ को बेहतर माध्यम बताया है। जिसमें गंधक, लोहवान, गूग्गल, लौंग, इलायची, काली मिर्च, जावित्री जैसी विषाणु नाशक औषधियां के समुचित मात्रा में प्रयोग करने से उस क्षेत्र को वायरस से सुरक्षित रखा जा सकता है। इसी भावना के साथ मुहल्ला के इंजीनियर रामप्रताप सिंह, सेवानिवृत्त कानूनगो मुनींद्रवीर गुप्ता, सतीश चंद्र पाठक एवं लेक्चरार आरबी शर्मा के नेतृत्व में कोविड 19 की गाइड लाइन का पूरा पालन करते हुए मुहल्ले के लोगों ने दुर्गा सप्तशती के महामारी विनाशक मंत्रों के साथ यज्ञ कुंड में आहुतियां अर्पित की।


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