भक्तों को भारी पड़ सकती है यह लापरवाही, मास्क न सैनिटाइजेशन
तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की हुई पूजा शोभायात्रा निकाल की मूर्ति स्थापना
एटा: नवरात्र के दिनों में मातारानी के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है, लेकिन तमाम चेहरे बिना मास्क के दिखाई दे रहे हैं। सैनिटाइजर का उपयोग भी नहीं किया जा रहा। इस समय कोरोना का संकट काल है, ऐसे में यह लापरवाही भक्तों पर भारी पड़ सकती है। नवरात्र के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की गई। मंदिरों में माहौल मातारानी की जय-जयकार से गुंजायमान रहा।
नवरात्र में तमाम श्रद्धालु उपवास रखते हैं और सुबह-शाम मंदिर पहुंच रहे हैं, लेकिन कोरोना संकट को दरकिनार कर कई भक्त लापरवाही भी बरतते साफ दिखाई दे रहे हैं। नवरात्र के तीसरे दिन भी सुबह और शाम तमाम भक्त मंदिरों में पहुंचे, लेकिन अधिकांश के चेहरे पर मास्क नहीं थे। न ही पुरुष मास्क लगाए थे और न ही टोली बनाकर आने वाली महिलाओं के चेहरों पर मास्क थे। जबकि यह सख्त हिदायत दी गई है कि श्रद्धालु मंदिरों में कम से कम मास्क तो जरूर लगाकर आएं। इसके अलावा यह भी निर्देश हैं कि मंदिरों में सैनिटाइजर की व्यवस्था रहनी चाहिए और जब भक्तों की संख्या कम हो जाए या सुबह-शाम मंदिर में सैनिटाइजेशन किया जाना चाहिए। लेकिन देखने में यह आ रहा है कि यह व्यवस्था कहीं भी लागू नहीं है। ऐसी स्थिति में भक्त कोरोना के खतरे की चपेट में आ सकते हैं। मंदिरों में मातारानी की जय-जयकार:
देवी मंदिरों में मातारानी की जय-जयकार हो रही है। सुबह निर्धारित समय पर पट खुले और भक्तों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। मां चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना की गई। काली मंदिर, पथवारी मंदिर, मां दुर्गा मंदिर, माता शीतला मंदिर, जनता दुर्गा मंदिर, शांतीनगर स्थित काली मंदिर समेत सभी प्रमुख मंदिरों पर श्रद्धालु मातारानी की पूजा करने को उमड़ पड़े। महिलाओं और बच्चों में भी खासा उत्साह देखा गया। एटा शहर में ही नहीं कस्बाई इलाकों जलेसर, अवागढ़, निधौली कलां, मारहरा, मिरहची, सकीटा, जैथरा, राजा का रामपुर, अलीगंज में भी मंदिरों में खासी भीड़ रही। मातारानी की शोभायात्रा निकाली:
शहर में आगरा रोड पर मातारानी की शोभायात्रा निकाली गई और इसके बाद श्रद्धालुओं ने मैया की मूर्ति की स्थापना की। इस दौरान काफी संख्या में भक्त मातारानी की जय-जयकार करते हुए चल रहे थे। शोभायात्रा पर पुष्प वर्षा की गई।