हर ओर डेंगू की दहशत, रिपोर्ट में दर्ज हुए कुल 12 केस
लगातार बढ़ते मामलों को लेकर उड़ी लोगों की नींद निजी चिकित्सकों पर डेंगू बुखार के बीस फीसद मरीज
एटा: डेंगू का प्रकोप बना हुआ है। शहर से गांव तक लोग चितित हैं। लेकिन सरकारी आंकड़ों में डेंगू को लेकर चिता ही नहीं जताई जा रही। अब तक कुल 12 केस ही दिखाए गए हैं।
निजी पैथोलॉजी लैबों पर हर दिन कई जांचों में डेंगू की पुष्टि की जा रही है। निजी चिकित्सकों और नर्सिंग होमों पर तमाम मरीज भर्ती हैं। यही नहीं, कई रोगियों की गंभीर स्थिति के चलते उन्हें अन्य जिलों के लिए भी रेफर किया गया है। पिछले दिनों जहां कसैटी, असरौली, मरथरा, नगला जगरूप, अचलपुर आदि गांवों में हालात बिगड़े। डेंगू से मौत की खबरें भी आईं। तो अभी भी शहर के शांति नगर, किदवई नगर, सुनहरी नगर आदि इलाकों में मरीजों के मिलने का सिलसिला बना हुआ है। जिसके चलते आमजन इस बीमारी को लेकर सहमा हुआ है। किसी भी तरह के बुखार की स्थिति में उनके माथे पर चिता की लकीरें उठ आती हैं। इस सबके बावजूद स्वास्थ्य विभाग स्थिति को सामान्य ही मान रहा है। बताया जा रहा है कि जिले में अब तक 12 लोगों में ही डेंगू की पुष्टि हुई है। जांच को लेकर भी संदेह:
जिले में डेंगू की एलाइजा जांच की सुविधा कहीं नहीं है। रैपिड टेस्ट किट के जरिए इसकी महज स्क्रीनिग होती है। जिसके सटीक होने की पूरी संभावना नहीं होती। लेकिन डेंगू की खतरनाक स्थिति के मद्देनजर स्क्रीनिग में संभावना मिलते ही उसे डेंगू का केस मानकर उपचार शुरू कर दिया जाता है। निजी चिकित्सकों के अनुसार भी इस टेस्ट में कुछ गुंजाइश रहती है, लेकिन डेंगू को लेकर इलाज में मरीज कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहते। अधिकारी की बात:
मच्छरों की रोकथाम और बीमारियों के नियंत्रण के ²ष्टिगत लगातार फॉगिग कराई जा रही है। डेंगू जांच की पुष्टि आगरा में ही हो सकती है। भेजे गए सैंपल में से 12 की पुष्टि हुई है।
- डा. अरविद कुमार गर्ग, सीएमओ