जिला हुआ ओडीएफ, शौच से पहले बदल लेना सोच
एटा, जागरण संवाददाता: लंबी मशक्कत के बाद आखिर मंगलवार को जिले को ओडीएफ घोषित कर दिया।
जागरण संवाददाता, एटा : लंबी मशक्कत के बाद आखिर मंगलवार को जिले को ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त)घोषित कर दिया गया। एक समारोह में इसका ऐलान करते हुए एटा के सांसद राजवीर सिंह ने कहा कि जिले में पीएम मोदी की परिकल्पना साकार हो गई। कमिश्नर अजयदीप सिंह ने लोगों से शौच से पहले सोच बदलने की अपील की।
जिला पंचायत सभागार में आयोजित कार्यक्रम में सांसद राजवीर सिंह ने कहा कि जिले को ओडीएफ बनाना एक बड़ी चुनौती थी, क्योंकि लोगों की सोच अभी भी नहीं बदली है। घर-घर शौचालय के लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार ने बड़ी भागीदारी निभाई। जरूरतमंदो को 12 हजार रुपये की सहयोग राशि उपलब्ध कराई। अब जरूरत इस बात की है कि घर की महिलाओं को शौच के लिए बाहर न जाने दें, तब ही शौचालयों का पूर्ण रूप से उपयोग हो पाएगा। उन्होंने कहा कि ढाई हजार करोड़ की योजनाएं एटा जिले में भाजपा सरकार के शासनकाल में संचालित हुईं हैं।
मंडलायुक्त अजयदीप सिंह ने कहा कि शौच से पहले सोच को बदलें, परिदृश्य अपने आप बदल जाएगा। शौचालय निर्माण में प्रशासन ने कोई कसर नहीं छोड़ी। यह अधिकारियों के अथक प्रयास का ही नतीजा है कि आज जिला ओडीएफ घोषित हो गया है। लोग शौचालयों का शत-प्रतिशत उपयोग करें ताकि प्रधानमंत्री की परिकल्पना पूरी तरह साकार हो सके।
इस अवसर पर फर्रुखाबाद के सांसद मुकेश राजपूत, मारहरा विधायक वीरेंद्र लोधी, सदर विधायक विपिन वर्मा डेविड, अलीगंज के विधायक सत्यपाल ¨सह राठौर, जलेसर के विधायक संजीव दिवाकर, पूर्व विधायक सुधाकर वर्मा, जिलाधिकारी आईपी पांडेय, एसएसपी आशीष तिवारी, मुख्य विकास अधिकारी उग्रसेन पांडेय, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट महेंद्र ¨सह तंवर, डीपीआरओ एसके श्रीवास्तव, डीडीओ एसएन कुशवाह आदि मौजूद रहे।