स्क्रैप व्यापारियों पर वाणिज्यकर विभाग की कड़ी नजर
जासं, एटा : यूपी, हरियाणा बार्डर पर वाणिज्यकर विभाग की टीम द्वारा पकड़ी गई 327.49 करोड़ की स्क्रैप व्यापारियों द्वारा की गई कर चोरी के बाद विभाग ने यहां भी स्क्रैप व्यापारियों की निगरानी बढ़ा दी। यह पता किया जा रहा है कि फर्जी आइटीसी का मामला यहां तो नहीं है। पिछले माह मारे गए छापों के दौरान एटा में ही कई बोगस फर्में पकड़ी गईं और व्यापारियों से 85 लाख रुपये जमा कराए गए।
यूपी, हरियाणा बार्डर पर 16 जुलाई को छापा मारा गया था, जिसमें राज्यकर आयुक्त मिनिस्ती एस के निर्देश पर अपर आयुक्त ग्रेड वन एसटीएफ अरविंद कुमार के नेतृत्व में डिप्टी कमिश्नर एसआइबी रवींद्र पाल सिंह कोंतेय तथा एटा के वाणिज्यकर अधिकारी पीयूष गौतम भी टीम में शामिल थे। छह टीमों ने 66 ट्रकों में लोड स्क्रैप पकड़ा था, जिसमें बड़ी कर चोरी का पर्दाफाश हुआ। बोगस बिक्री दिखाकर स्क्रैप फर्में आइटीसी छोटे व्यापारियों को ट्रांसफर कर रही थीं। यह देखा जा रहा है कि इन फर्मों ने कहीं यहां तो यह हरकत नहीं की हैं। वाणिज्यकर अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में बड़े मामले का पर्दाफाश हो चुका है, जिसमें 74 सप्लायर व्यापारियों द्वारा 327.49 करोड़ इनएडमिसिबिल आइटीसी की हेराफेरी की गई थी।
उन्होंने कहा कि यहां भी अभियान चलाया जा रहा है और करापवंचन निरोधक कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी, ताकि टैक्स चोरी पर प्रभारी नियंत्रण हो सके। पिछले महीने बोगस फर्में पकड़ी गई थीं और 85 लाख रुपये व्यापारियों से जमा कराए गए। बड़े सप्लायर फर्जी आइटीसी छोटे व्यापारियों को ट्रांसफर कर रहे हैं। इन सप्लायरों के संबंध में यहां भी निर्देश दिए गए हैं कि स्क्रैप व्यापारियों पर नजर रखें। बता दें कि वाणिज्यकर विभाग पूर्व में यहां भी स्क्रैप व्यापारियों के यहां छापेमारी कर चुका है। उन्होंने कहा कि बोगस फर्मों के खिलाफ विभाग पहले से ही कार्रवाई कर रहा है और यह कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।