हड़ताल से टूट रहा 'सुरक्षा चक्र'
एटा। बच्चों को संक्रामक रोगों के खतरे से बचाने के लिए चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान पर ही संकट हे
एटा। बच्चों को संक्रामक रोगों के खतरे से बचाने के लिए चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान पर ही संकट मंडरा रहा है। कारण अभियान में लगाई गई संविदा एएनएम हड़ताल पर हैं। इससे शहरी क्षेत्र में दो दिन से बच्चों को टीके नहीं लग रहे हैं।
अभियान नवंबर 2018 में शुरू हुआ था। नौ माह से 15 साल तक के बच्चों को टीका लगाने थे। अभियान को पांच हफ्तों में पूरा करने का खाका खींचा गया। कुछ स्कूलों और अभिभावकों के प्रतिरोध के चलते अभियान तय समय में पूरा नहीं हुआ। स्थिति यह है कि अभी भी एक लाख से अधिक बच्चों को टीके नहीं लगे हैं। अब उक्त बच्चों का टीकाकरण करने पर ध्यान दिया जा रहा है। इस बीच सोमवार से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर चले गए। अभियान में टीका लगाने के लिए तैनात की गईं कुल 196 में से 51 एएनएम संविदा पर हैं। नगर क्षेत्र में तो टीकाकरण संविदा एएनएम ही कर रही थीं। इसके अलावा संविदा कंप्यूटर आपरेटर आदि के कार्य न करने से रिपोर्टिंग भी नहीं हो पा रही।
लखनऊ की टीम ने लिया जायजा
एमआर टीकाकरण अभियान का जायजा लेने मंगलवार को लखनऊ की टीम पहुंची। जिला मुख्यालय और सीएचसी मारहरा पर कोल्ड चेन की स्थिति देखी। वहीं मारहरा क्षेत्र के गांव नगला चहबच्चा, रमई और यादगारपुर में जाकर सेशन साइट पर टीकाकरण कार्य को परखा। शाम को जिला मुख्यालय पर मी¨टग की।
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'हड़ताल से एमआर सहित नियमित टीकाकरण भी प्रभावित हो रहा है। सभी स्थाई एएनएम से कार्य लिया जा रहा है'।
- अजय अग्रवाल, सीएमओ