प्लान की खबर: मौसम की बदली चाल, कारोबारी और किसान खुशहाल
मौसम का मिजाज गुरुवार शाम बिगड़ने के बाद खेतीबाड़ी और बाजारों का हाल भी बदला है। जिले में बारिश का असर दोनों पर ही सकारात्मक देखने को मिला है। इतना जरूर है कि तापमान में गिरावट होने से कुछ मौसमी रोगों को हवा मिली है। अचानक हुई बारिश विटर रैन की तरह ही किसानों को सरसों गेहूं व रबी की अन्य फसलों के लिए लाभकारी रही है। मौसम के करवट बदलने का इंतजार कर रहे गर्म कपड़ों और गजक रेवड़ी के कारोबारी भी खुश हुए हैं। तापमान गिरते ही गेहूं की शेष बुवाई भी तेज हो जाएगी।
एटा, जागरण संवाददाता: मौसम का मिजाज गुरुवार शाम बिगड़ने के बाद खेतीबाड़ी और बाजारों का हाल भी बदला है। बारिश का असर दोनों पर ही सकारात्मक पड़ा है। बारिश सरसों, गेहूं और रबी की अन्य फसलों के लिए लाभकारी मानी जा रही है। शीत हवा से बाजार ने भी करवट ली है।
बीते सालों में नवंबर माह के दूसरे पखवाड़े में ही ठंड बढ़ जाती थी। इस बार गुरुवार को देरी से सही मौसम ने करवट बदली। बारिश ने अगैती गेहूं और जौ को लाभ पहुंचाया।किसानों का कहना है कि उन्हें सिचाई के मामले में राहत मिली है। शीतलपुर के किसान कृष्णपाल का कहना है कि यह बारिश पलेवा को लाभकारी है। छछैना के मुरारीलाल बताते हैं कि फिलहाल यह बारिश विटर रैन की तरह लाभ पहुंचाने वाली रही है। जिला कृषि अधिकारी एमपी सिंह का कहना है कि बारिश से फसलों को लाभ मिला है। आई ऊनी कपड़ों की याद, कारोबारी खुश
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गुरुवार शाम बारिश के बाद सुबह शीत हवा बढ़ गई। बाबूगंज बाजार में ऊन विक्रेताओं के यहां ऊन की खरीदारी करतीं महिलाएं नजर आईं। गजक, रेवड़ी कारोबारी भी उत्पादन तेज करने के मूड में आ गए हैं।