वित्तपोषित विद्यालयों में होंगी बीटीसी परीक्षाएं
जागरण संवाददाता, एटा: बीटीसी परीक्षाओं में नकल व परीक्षा केंद्रों पर वसूली जैसी शिकायतों पर वित्तपोषित स्कूलों में परीक्षाएं कराने का फैसला लिया है।
जागरण संवाददाता, एटा: बीटीसी परीक्षाओं में नकल व परीक्षा केंद्रों पर वसूली जैसी शिकायतों पर अंकुश के लिए जिला प्रशासन अभी से सख्त है। अक्टूबर के प्रथम सप्ताह होने वाली बीटीसी चतुर्थ सेमिस्टर की परीक्षाओं को नकलविहीन कराने के लिए वित्तपोषित विद्यालयों पर फिर से भरोसा किया है। इस बार परीक्षाओं के लिए विभाग ने छह वित्तपोषित व राजकीय स्कूलों का निर्धारण करते हुए परीक्षा नियामक प्राधिकारी को स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेजा है।
परीक्षाओं में नकल का रैकेट सक्रिय रहने व स्ववित्तपोषित स्कूलों में बीटीसी परीक्षार्थियों को सुविधा देने के नाम पर वसूली जैसी स्थितियां प्रदेश में कई स्थानों पर सामने आईं। ऐसी स्थितियों से ही सबक लेते हुए अब स्ववित्तपोषित विद्यालयों में बीटीसी परीक्षा न कराते हुए वित्तपोषित स्कूलों को केंद्र बनाने की तैयारी कर ली है। डायट स्तर पर पारदर्शी परीक्षाओं के लिए तैयार की गई रणनीति के तहत मुख्यालय पर आधा दर्जन केंद्रों का निर्धारण किया। इनमें राजकीय इंटर कॉलेज, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, गांधी स्मारक इंटर कॉलेज, अविनाशी सहाय आर्य इंटर कॉलेज, महारानी लक्ष्मीबाई कन्या इंटर कॉलेज, क्रिश्चियन एग्रीकल्चर इंटर कॉलेज शामिल हैं। बीटीसी 2015 के चतुर्थ सेमिस्टर की परीक्षाएं 8 से 10 अक्टूबर तक जिला मुख्यालय पर होना प्रस्तावित हैं। केंद्रों का प्रस्ताव भेजे जाने के बाद डीआइओएस निरंजन देव ने संबंधित केंद्रों के प्रधानाचार्यों से तत्काल व्यवस्थाओं को लेकर निर्धारित प्रारूप पर सूचनाएं मांगी हैं। डायट प्राचार्य मनोज कुमार गिरि ने बताया कि निगरानी के लिए टीमें बनाई जाएंगी।