बिन वर्षा ही ठंडी सड़क हुई जलमग्न
मानसून की वर्षा भले ही जुलाई में प्रस्तावित हो लेकिन शहर में बिन वर्षा ही मार्ग अभी से जलमग्न होने लगे हैं। हालांकि पानी इन दिनों वर्षा का नहीं सिल्ट से चोक नालों का भर रहा है। जो मार्ग की अव्यवस्थाएं तो उत्पन्न कर ही रहा है। साथ ही समूचे मार्ग को क्षतिग्रस्त कर रहा है।
एटा, जासं। मानसून की वर्षा भले ही जुलाई में प्रस्तावित हो, लेकिन शहर में बिन वर्षा ही मार्ग अभी से जलमग्न होने लगे हैं। हालांकि पानी इन दिनों वर्षा का नहीं सिल्ट से चोक नालों का भर रहा है। जो मार्ग की अव्यवस्थाएं तो उत्पन्न कर ही रहा है। साथ ही समूचे मार्ग को क्षतिग्रस्त कर रहा है।
दरअसल ठंडी सड़क मार्ग शहर का सबसे व्यस्ततम मार्ग है। इस मार्ग पर जाम लगना यूं तो आम बात है, लेकिन मार्ग की बदहाली पिछले दो वर्ष से शहरवासियों के लिए जी का जंजाल बनी है। जीटी रोड तिराहे से इस मार्ग पर प्रवेश करते ही गडढों से सामना होता है। जो नन्नूमल चौराहे से लोकमनदास तिराहा, कटरा और कैलाशगंज को जाने वाले मार्ग तक बना हुआ है। कश्यप धर्मशाला से कृष्णा टाकीज और सैयद वाली गली तक लंबे समय से नालों की सफाई नही कराई जा सकी है। जिससे नाले पूरी तरह सिल्ट से चोक पड़े हैं। नतीजतन नालों का गंदा पानी उफनकर सड़कों को जलमग्न कर रहा है। इस गंदे पानी के कारण पहले से क्षतिग्रस्त मार्ग और भी गडढों को जन्म दे रहा है। दूसरे गड्ढों की गहराई को भी बड़ा रहा है। पानी भरे गड्ढों में वाहन चालक यह अनुमान लगा पाने में असमर्थ हैं कि उनकी गहराई कितनी होगी? ऐसे में किसी भी दिन कोई गंभीर हादसा होने की संभावना बनी हुई है।