बीएड में एक चौथाई परीक्षार्थी हुए गायब
एटा जासं। बीएड परीक्षा पहले भी होती रहीं लेकिन इस बार का नजारा अलग ही है। मुख्यालय स्थित जवाहरलाल नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय नोडल केंद्र पर बीएड प्रथम वर्ष व द्वितीय वर्ष के अब तक दो प्रश्नपत्र हुए हैं। प्रथम वर्ष के परीक्षार्थियों का ही यह हाल है कि एक चौथाई से ज्यादा परीक्षा छोड़ चुके हैं। जहां पहले पेपर में 310 परीक्षार्थी गायब हुए। वहीं दूसरी परीक्षा में अनुपस्थित परीक्षार्थियों की संख्या में 46 का इजाफा होकर 356 हो गई। शनिवार को बीएड द्वितीय वर्ष की परीक्षा में भी 22 अनुपस्थित रहे।
एटा, जासं। बीएड परीक्षा पहले भी होती रहीं, लेकिन इस बार का नजारा अलग ही है। मुख्यालय स्थित जवाहरलाल नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय नोडल केंद्र पर बीएड प्रथम वर्ष व द्वितीय वर्ष के अब तक दो प्रश्नपत्र हुए हैं। प्रथम वर्ष के परीक्षार्थियों का ही यह हाल है कि एक चौथाई से ज्यादा परीक्षा छोड़ चुके हैं। जहां पहले पेपर में 310 परीक्षार्थी गायब हुए। वहीं दूसरी परीक्षा में अनुपस्थित परीक्षार्थियों की संख्या में 46 का इजाफा होकर 356 हो गई। शनिवार को बीएड द्वितीय वर्ष की परीक्षा में भी 22 अनुपस्थित रहे।
शुक्रवार शाम की पाली में बीएड प्रथम वर्ष के द्वितीय प्रश्नपत्र के दौरान केंद्र पर दो दर्जन से ज्यादा कॉलेजों के 1407 पंजीकृत परीक्षार्थी थे। इनमें से 1051 परीक्षार्थी ही उपस्थित हुए। लगातार कम होती उपस्थिति के पीछे नोडल केंद्र पर नकल की मंशा पूरी न हो पाना तो है ही वहीं बीएड कॉलेजों की परीक्षा केंद्रों पर दखलंदाजी का समाप्त होना भी है। उधर जेएलएन कॉलेज प्रशासन ने परीक्षार्थियों की तलाशी के अलावा सीसीटीवी कैमरों की निगरानी को और सख्त किया है। शनिवार को हुई द्वितीय वर्ष की परीक्षा में भी स्थिति यह रही कि 1218 परीक्षार्थी में से 22 अनुपस्थित रहे। 1197 ने परीक्षा दी। नोडल केंद्र प्रभारी प्राचार्य डा. अनिल कुमार सक्सेना ने बताया है कि पहली साल के ही परीक्षार्थियों द्वारा परीक्षा छोड़ना चौकाने वाला तो है ही। वहीं आगे भी विश्वविद्यालय की मंशा के अनुरूप परीक्षाएं कराई जाएंगीं।