सर्दी में कुत्तों का हमला बढ़ा, अस्पतालों में एआरवी का टोटा
जिले को नहीं मिल रही एंटी रेबीज वैक्सीन की आपूर्ति अधिकांश स्वास्थ्य केंद्रों पर सुविधा नहीं
जागरण संवाददाता, एटा: सर्दी के मौसम में आवारा कुत्तों का हमला बढ़ गया है। जिले में हर दिन दर्जनों लोग इनके काटने से जख्मी हो रहे हैं। ऐसे में सबसे बड़ा खतरा रेबीज बीमारी का होता है। इसके बचाव के लिए सरकारी अस्पतालों में एआरवी इंजेक्शन मुफ्त लगाए जाते हैं, लेकिन अस्पतालों में यह समाप्त हो गए हैं। शासन से आपूर्ति न मिलने से हालात चिताजनक बने हुए हैं।
सर्दियों में कुत्ते अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर अधिक संवेदनशील के साथ आक्रामक भी हो जाते हैं। इसका नतीजा है कि इन दिनों कुत्तों द्वारा लोगों को काटने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। जिला अस्पताल में पिछले महीने प्रतिदिन 60-70 लोग एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने पहुंच रहे थे। वहीं इस महीने यह संख्या बढ़कर 120 तक पहुंच गई है। एक ओर पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ रही है तो दूसरी ओर सरकारी इंतजाम लचर नजर आ रहे हैं। आवारा कुत्तों को पकड़े जाने की न कोई व्यवस्था है और न ही कहीं योजना ही बनाई गई है।
उधर, सरकारी अस्पतालों में एंटी रेबीज वैक्सीन (एआरवी) का भी टोटा हो गया है। एकदम से लोगों की संख्या बढ़ने के कारण पुराना स्टाक समाप्ति की ओर है, जबकि नई आपूर्ति मिल नहीं रही। जिला अस्पताल में हफ्ते भर पहले कुल 100 बायल मिली थीं। गुरुवार को ये लगभग समाप्त हो गईं। सीएमओ के अधीन 100 बायल भेजी गई थीं। इनमें से 10-10 बायल सीएचसी-पीएचसी को दी गईं। वर्तमान में अधिकांश केंद्रों पर वैक्सीन खत्म हो चुकी है। सीएमओ डा. अरविद कुमार गर्ग ने बताया कि एआरवी की मांग लंबित पड़ी है। कारपोरेशन से संबंधित अधिकारियों से लगातार संपर्क किया जा रहा है। जल्द ही वैक्सीन मिलने की उम्मीद है।