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    फर्जी निवास प्रमाण पत्र के सहारे ली नौकरी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की सेवा समाप्त, डीपीओ ने की कार्रवाई

    Updated: Tue, 02 Dec 2025 11:28 PM (IST)

    बाल विकास एवं महिला कल्याण विभाग में एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा फर्जी निवास प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी हासिल करने का मामला सामने आया है। श ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, एटा। बाल विकास एवं महिला कल्याण विभाग में कूट रचित निवास प्रमाण पत्र के जरिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नौकरी पाने का मामला सामने आया है। नियुक्ति के बाद शिकायत पर विभाग ने जांच प्रक्रिया में कूटरचित दस्तावेज की स्थिति स्पष्ट होने पर संबंधित की सेवा समाप्ति की कार्रवाई की है।

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    बताया गया है कि एटा शहर के वार्ड नंबर 19 अशोक नगर आंगनबाड़ी केंद्र पर पात्रता के आधार पर विभाग ने नीलम यादव पुत्री गोपाल की नियुक्ति कर नियुक्ति पत्र जारी किया। नियुक्ति के बाद मामले को लेकर सभासद राजेश कुमार उर्फ राजू दुबे ने शिकायत करते हुए अवगत कराया की चयनित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नीलम द्वारकापुरी में निवास करती हैं, जिन्होंने फर्जीवाड़ा करते हुए उनके लेटर पैड पर वार्ड में निवास करने का कूटरचित प्रमाण देकर फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनवाकर नौकरी प्राप्त कर ली।

    तहसीलदार द्वारा की गई जांच 

    शिकायत के बाद तहसीलदार द्वारा जांच की गई तथा ज्ञात हुआ नीलम अशोक नगर निवासी नहीं है तथा द्वारिकापुरी में अपने मां के साथ रहती हैं। ऐसी स्थिति को देखते हुए 27 मार्च 2024 को निवास प्रमाण पत्र निरस्त करने की कार्रवाई की गई। इसके बाद विभाग द्वारा नवनियुक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को फर्जी निवास प्रमाण पत्र से नौकरी पाने को लेकर कारण बताओं नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया।

    19 नवंबर को जिलाधिकारी के समक्ष सुनवाई का मौका दिया गया। मामले की सुनवाई में संबंधित द्वारा शिकायत को राजनीतिक और व्यक्तिगत दोष से प्रेरित होना बताया, लेकिन कोई भी इस संबंध में साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया।

    ऐसी स्थिति में सोमवार को जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह के अनुमोदन के बाद नवनियुक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नीलम की सेवा समाप्त करने की कार्रवाई की गई है। जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय सिंह ने बताया कि कूट रचित तरीके से निवास प्रमाण पत्र बनवाया गया जो निरस्त किया जा चुका है। ऐसी स्थिति में सेवा समाप्ति की कार्रवाई की गई है।