एटा पालिका छोड़ सभी निकाय ओडीएफ प्लस
ओडीएफ (खुले में शौचमुक्त) प्लस में एटा पालिका को छोड़ सभी नगर निक
एटा, जागरण संवाददाता : ओडीएफ (खुले में शौचमुक्त) प्लस में एटा पालिका को छोड़ सभी नगर निकायों ने बाजी मारी है। जबकि फेल रही एटा नगर पालिका को शर्मिंदगी उठानी पड़ी है। क्यूसीआइ (क्वालिटी काउंसिल आफ इंडिया) ने ओडीएफ प्लस की फाइनल सूची जारी कर दी है। जिसमें एटा के छूटे चार और निकायों को जगह मिल गई है।
ओडीएफ के बाद निकायों को ओडीएफ प्लस बनाने की कवायद शुरू कर दी गई थी। जिसके तहत सामुदायिक व सार्वजनिक शौचालयों में विशेष साफ-सफाई सहित सभी मूलभूत सुविधा मुहैया कराई जाती हैं। पिछले साल सबसे पहले अगस्त में एटा नगर पालिका क्षेत्र में शासन से भेजी गई क्यूसीआइ की टीम ने आकर सर्वे किया। लेकिन यह मानकों पर खरा नहीं उतरा और इसे फेल करार दे दिया गया। जबकि नवंबर में अवागढ़, जैथरा, सकीट और राजा का रामपुर का सर्वे किया गया। नवंबर में ही इन्हें ओडीएफ प्लस में ही आए नतीजों में इन्हें उत्तीर्ण घोषित कर दिया गया। इसके बाद दिसंबर में अलीगंज, जलेसर, मारहरा और निधौली कलां में सर्वे कराया गया। इसके नतीजे अभी तक नहीं आए थे। मंगलवार को फाइनल नतीजे घोषित किए गए। इसमें इन चारों निकायों को भी पास दिखाया गया है। इन निकायों को ओडीएफ प्लस का प्रमाण पत्र मिलने पर स्वच्छ सर्वे-2020 में 200 तक अंक मिल सकते हैं।
ओडीएफ-प्लस की ये हैं शर्तें
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- सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालय में वाटर टैंक
- टोटियों में हर समय पानी की उपलब्धता
- शौचालय सीट और फर्श की उचित सफाई
- हाथ धोने के लिए साबुन, नैपकीन की उपलब्धता
- शौचालय के अंदर उचित वेंटीलेशन और दरवाजे
- दिव्यांगजनों के लिए रैंप की व्यवस्था
- गूगल मैप पर टॉयलेट की लोकेशन का प्रदर्शन
वर्जन
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मंडल में एटा की स्थिति अच्छी रही है। केवल एक ही निकाय ओडीएफ प्लस में फेल हुआ है। अन्य निकायों के प्रयास अच्छे रहे। एटा को अगले साल ओडीएफ प्लस कराने के लिए और मेहनत की जाएगी।
- सुरजीत सिंह, डीपीएम स्वच्छ भारत मिशन नगरीय