आपसी संवाद की सबसे उत्तम भाषा हिदी
हिदी दिवस की पूर्व संध्या पर जनपद न्यायालय में हिदी गोष्ठी का आयोजन हुआ। जहां न्यायाधिकारियों व अधिवक्ताओं ने हिदी भाषा को आपसी संवाद की सबसे उत्तम भाषा बताया। वहीं प्रतियोगिताएं भी आयोजित हुई। जिनमें हिदी निर्णयों में विशेष न्यायाधीश खलीकुज्जमा को प्रथम घोषित किया गया।
एटा, जागरण संवाददाता: हिदी दिवस की पूर्व संध्या पर जनपद न्यायालय में हिदी गोष्ठी का आयोजन हुआ। जहां न्यायाधिकारियों व अधिवक्ताओं ने हिदी भाषा को आपसी संवाद की सबसे उत्तम भाषा बताया।
जनपद न्यायाधीश रेणु अग्रवाल ने बताया कि हिदी मातृभाषा के साथ साथ राष्ट्रभाषा भी है। लोगों के मध्य आपसी संवाद की उत्तम भाषा भी है। ऐसे में इस भाषा में अदालती निर्णयों, सूचनाओं, परिपत्रों को जारी करने से लोगों को सही तरीके से अदालत के आदेश की जानकारी मिल सकेगी। उन्होंने सभी न्यायाधिकारियों को इस जन भाषा में निर्णय करने पर जोर दिया। गोष्ठी में अपर सत्र न्यायाधीश अशोक कुमार नवम, मनीष यादव, खली कुज्जमा, रमेश आदि ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम में हिदी भाषा में निर्णय देने के लिए विशेष न्यायाधीश खलीकुज्जमा को प्रथम और विशेष न्यायाधीश रमेश को द्वितीय घोषित किया गया। वहीं निबंध प्रतियोगिताओं में तृतीय वर्ग में नेहा दुबे तथा चतुर्थ संवर्ग में योगेश कुमार को प्रथम घोषित किया गया। संचालन न्यायाधिकारी कुमार गौरव ने किया। इस मौके पर बार अध्यक्ष वीपी सिंह, महासचिव संजय उपाध्याय, प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय मृदुला कुमार, विपिन कुमार, प्राधिकरण सचिव साधना कुमारी गुप्ता समेत काफी संख्या में न्यायाधिकारी, न्यायिक कर्मचारी व अधिवक्ता मौजूद रहे।