31 माह में मात्र 30 फीसद कार्य
जवाहरपुर तापीय परियोजना का कार्य कछुआ गति से चल रहा है। अभी तक एक तिहाई कार्य ही हो पाया है। कॉलोनी को जमीन तक नहीं मिल सकी अभी तक सहमति।
जासं, एटा: जवाहरपुर तापीय परियोजना का कार्य कछुआ गति से चल रहा है। अभी तक एक तिहाई कार्य ही हुआ है। दक्षिण कोरिया की निर्माण कंपनी दुसान से समझौते के मुताबिक पॉवर प्लांट में विद्युत उत्पादन 21 अप्रैल 2021 तक शुरू होना है। ऐसे में शेष समय में कार्य पूरा होना मुश्किल लग रहा है।
जवाहरपुर तापीय परियोजना में निर्माण कार्य दो वर्ष पहले शुरू हुआ था। परियोजना स्थल की दीवार, बॉयलर यूनिट, टर्बाइन यूनिट, एमबीसीटी यूनिट, कोल हैंड¨लग आदि कार्य एक साथ शुरू हुए। कार्य की रफ्तार काफी धीमी है। हालांकि अफसर दावा कर रहे हैं कि निर्धारित समय तक यूनिट चालू कर दी जाएगी। निर्माण कंपनी से जो समझौता हुआ है उसके मुताबिक निर्धारित समय तक प्लांट में विद्युत उत्पादन शुरू नहीं हुआ तो दुसान कंपनी को जुर्माना भरना पड़ेगा। वहीं रेलवे ट्रैक के लिए जमीन अधिग्रहण का कार्य पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में उड़ीसा से कोयला की आपूर्ति नहीं होगी। आवासीय कालोनी मलावन और अकबरपुर गांव के बीच 78 एकड़ में बननी है। इसके लिए जमीन नहीं मिली है।
'उम्मीद है कि निर्धारित समय तक विद्युत उत्पादन शुरू हो जाएगा। रेलवे ट्रैक और आवासीय कालोनी के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। परियोजना स्थल पर तीन हजार कर्मचारी काम कर रहे हैं। इनमें 450 इंजीनियर शामिल हैं'।
- राजेंद्र ¨सह, उप महाप्रबंधक, जवाहरपुर तापीय परियोजना