सावधान! हरी सब्जी न बिगाड़ दें स्वास्थ्य
जागरण संवाददाता, कासगंज (एटा) : बेमौसम हरी-भरी सब्जियों को देख कर मन प्रसन्न हो जाता है। चूंकि हरी स
जागरण संवाददाता, कासगंज (एटा) : बेमौसम हरी-भरी सब्जियों को देख कर मन प्रसन्न हो जाता है। चूंकि हरी सब्जियां सेहत के लिए फायदेमंद होती हैं, लेकिन बदले हालातों में किसी भी समय इन्हें उगाने की होड़ में किसान केमीकल का प्रयोग कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में यह सब्जियां स्वास्थ्य में सहायक होने के बजाय मुश्किलें पैदा कर सकती हैं।
सब्जी नहीं केमीकल भी खा रहे हैं
चिकित्सकों के अनुसार सब्जियों के साथ कई प्रकार के पेस्टिसाइड और मेटल खा रहे हैं। इनमें केडमियम, सीसा, कॉपर और क्रोमियम जैसी खतरनाक धातुएं और एंडोसल्फान, एचसीएच और एल्ड्रिन जैसे घातक पेस्टीसाइड शामिल हैं। सब्जियों के साथ शरीर में जाकर ये स्वास्थ्य को भारी नुकसान पहुंचाती हैं। सब्जियां तो हजम हो जाती हैं लेकिन यह जहर शरीर के विभिन्न संवेदनशील अंगों में जमा होता रहता है। इससे पेट, किडनी के कई रोगों के अलावा कैंसर जैसी बीमारियां सामने आती हैं। पालक, आलू, फूल गोभी, बैंगन, टमाटर आदि में इस तरह का जहर पाया गया है।
हो सकती हैं ये बीमारियां
सब्जियों के साथ शरीर में जाकर एंडोसल्फान, एचसीएच और एल्ड्रिन जैसे कीटनाशक वसा ऊतकों में जम जाते हैं। यह किडनी और कई बार दिल को सीधा नुकसान पहुंचाते हैं। इनकी अधिक मात्रा जानलेवा बन जाती है। केडमियम धातु लीवर, किडनी में जमा होकर इन्हें नुकसान पहुंचाती है। यह धातु प्रोटीन के साथ जुड़कर उसका असर खत्म कर देता है। इससे कैंसर का खतरा रहता है। इटाई-इटाई नामक बीमारी होने से हड्डियां मुड़ जाती हैं। इस बीमारी को ब्रिटल बोन भी कहा जाता है। ¨जक से उल्टी-दस्त, घबराहट होना आम है। ज्यादा मात्रा में जमा होने पर लीवर पेन की शिकायत हो जाती है। सीसा की मात्रा शरीर में ज्यादा होने पर असहनीय दर्द होता है।
कैंसर की भी आशंका
चिकित्सक शिवकुमार कहते हैं कि कैमीकल से कैंसर होने की आशंका भी बनती है। कॉपर से एलर्जी, चर्मरोग, आंखों के कॉर्निया का प्रभावित होना, उल्टी-दस्त, लीवर को नुकसान, उच्च रक्तचाप की शिकायत मिलती है। मात्रा बढ़ने पर व्यक्ति कोमा में भी जा सकता है। हीमोग्लोबिन के साथ जुड़कर यह उसे कम कर देता है।