अधर में 18.60 करोड़ की 112 परियोजनाएं
लोकसभा चुनाव के समय से तकनीकी स्वीकृति में फंसी जिला पंचायत की 112 परियोजनाओं को शासन से हरी झंडी भले मिल गई है लेकिन अब जिला पंचायत के अभियंता के तबादले के फेर में यह परियोजनाएं फंस गई हैं।
देवरिया: लोकसभा चुनाव के समय से तकनीकी स्वीकृति में फंसी जिला पंचायत की 112 परियोजनाओं को शासन से हरी झंडी भले मिल गई है लेकिन अब जिला पंचायत के अभियंता के तबादले के फेर में यह परियोजनाएं फंस गई हैं। अभियंता के न होने से कार्यादेश जारी नहीं हो पा रहा है।
ग्रामीणों क्षेत्रों में जिला पंचायत की तरफ से विकास कार्यो को लंबे समय से गति नहीं मिल पा रही है। विवाद इसका साथ नहीं छोड़ रहा है। जिला पंचायत के प्रशासक के रूप में जिलाधिकारी अमित किशोर कार्य देख रहे हैं। जिला पंचायत की तरफ से 18.60 करोड़ की 112 परियोजनाओं का प्रस्ताव तैयार किया गया। प्रत्येक परियोजना की लागत 10 लाख से अधिक बताई जा रही है। 10 लाख से अधिक लागत वाली परियोजनाओं की तकनीकी स्वीकृति शासन से मिलती है। जिला पंचायत प्रशासक ने इन परियोजनाओं को तकनीकी स्वीकृति के लिए लोक सभा चुनाव से पहले शासन को भेज दिया। नौ माह बाद अक्टूबर में तकनीकी स्वीकृति मिली। इधर, जब कार्यादेश जारी होने का समय आया तो अभियंता सुकीर्ति मिश्रा का तबादला हो गया। जिसके चलते प्रक्रिया अधर में है। इन परियोजनाओं में दो मवेशी खाना, सीसी, पिच सड़क का अनुरक्षण व मरम्मत आदि कार्य शामिल हैं। विभागीय लोगों का कहना है कि अभियंता ने आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट में शरण लिया है। अपर मुख्य अधिकारी उमेश कुमार पटेल ने बताया कि शासन से तकनीकी स्वीकृति मिल गई है। अभियंता का तबादला हो गया है। जबतक अभियंता की तैनाती नहीं हो जाती, कार्यादेश जारी नहीं हो सकेगा।