भारत बंद बेअसर, आंदोलनकारियों ने किया प्रदर्शन
कृषि कानून वापस लेने समेत विभिन्न मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद के आह्वान का असर सोमवार को देवरिया में नहीं दिखा। मोर्चा के आह्वान पर विभिन्न संगठनों के लोगों ने शहर में घूम-घूम कर दुकाने बंद कराने की कोशिश की लेकिन दुकानें आम दिनों की तरह खुली रही।
देवरिया: कृषि कानून वापस लेने समेत विभिन्न मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद के आह्वान का असर सोमवार को देवरिया में नहीं दिखा। मोर्चा के आह्वान पर विभिन्न संगठनों के लोगों ने शहर में घूम-घूम कर दुकाने बंद कराने की कोशिश की, लेकिन दुकानें आम दिनों की तरह खुली रही। आंदोलनकारी सुभाष चौक पर सड़क जाम करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस के सख्ती के चलते वह अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सके। अंत में उप जिलाधिकारी को मांगों से संबंधित पत्रक सौंपा।
टाउन हाल परिसर में भारतीय किसान यूनियन, माकपा समेत अन्य संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता एकत्रित हुए और दो टोली में बांट कर शहर के विभिन्न मार्गों पर निकले। उनके अनुरोध पर कुछ दुकानदारों ने आधे घंटे के लिए दुकानें बंद रखी। पूरे शहर में भ्रमण करने के बाद कार्यकर्ता सुभाष चौक पर पहुंचे और मुख्य मार्ग जाम करने का प्रयास करने लगे, लेकिन सीओ सिटी श्रीयश त्रिपाठी के सख्त होते ही आंदोलनकारी सड़क से हट गए। इस दौरान राघवेंद्र शाही, साधू शरण, विनय सिंह, कुंवर राणा प्रताप, विजय जुआठा, डा.चतुरानन ओझा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष कृष्णा जायसवाल, चंद्रदेव सिंह, शाहीद मंसूरी, विजय यादव, रामकिशोर वर्मा नन्हें वर्मा, रामकिशोर वर्मा, विनोद गुप्ता, प्रेमलता पांडेय, गीता पांडेय ,हरेंद्र सिंह, राजपति यादव, जयनारायण सिंह, विजय शंकर सिंह, सतीश कुमार, प्रेमचंद्र यादव, सूर्यचंद कुशवाहा समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
नगर पालिका बनाए जाने का विरोध शुरू
नगर पंचायत मझौलीराज व सलेमपुर को मिलाकर नगर पालिका बनाने का विरोध शुरू हो गया है। नगर पंचायत मझौलीराज के नागरिकों ने सोमवार को नगर पंचायत कार्यालय मझौलीराज बैठक की। विलय का विरोध करते हुए कहा कि यदि मझौलीराज को सलेमपुर में शामिल किया गया तो जोरदार आंदोलन किया जाएगा।
पूर्व चेयरमैन हरिहर यादव ने कहा कि नगर पंचायत मझौलीराज व नगर पंचायत सलेमपुर को मिलाकर नगर पालिका बनाने का प्रस्ताव मंजूर नहीं है। विलय से मझौलीराज का विकास ठप हो जाएगा। इसका नाम भी विलुप्त हो जाएगा। मझौलीराज अपने आप में महत्वपूर्ण स्थान है। ऐसे में इसका विलय ठीक नहीं है। पूर्व सभासद चंद्रकेश चौरसिया ने कहा कि यदि इसके विलय की बात उठी तो हम विधानसभा में समर्थन करने वाले दल का जोरदार विरोध करेंगे। अध्यक्षता पूर्व चेयरमैन सलेमपुर सुधाकर गुप्ता व संचालन पूर्व चेयरमैन मझौलीराज सुशील कुशवाहा ने किया।
बैठक को प्रमुख रुप से रामभरथ, महबूब आलम, विरेंद्र प्रसाद, ओमप्रकाश विश्वकर्मा, रामनाथ चौरसिया, सभासद गनेश प्रसाद, पिटू चौरसिया, विरेंद्र शाह, नामित सभासद आनंद रौनियार, लोकावती देवी, सभासद धर्मेंद्र चौहान, भाजपा नेता कृपाशंकर गुप्ता, जमाल अख्तर खां, राघवेंद्र चतुर्वेदी, ओमप्रकाश, वलीउल्लाह, फिरोज खान, गिरजा शंकर प्रसाद, राजन चौबे, सुनील गुप्ता, ऋषि गुप्ता, रत्नेश मिश्र, गणपति प्रसाद, एजाज अहमद, गुड्डू हाशमी, सुबहानी खान आदि ने संबोधित किया।