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दो मौतों से टेढ़ी मोहल्ले में मातम, घरों में नहीं जले चूल्हे

पत्नी नूरजहां के अलावा चार बेटे और दो बेटियों का परवरिश मकसूद ही करते थे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Oct 2019 10:39 PM (IST)Updated: Tue, 15 Oct 2019 10:39 PM (IST)
दो मौतों से टेढ़ी मोहल्ले में मातम, घरों में नहीं जले चूल्हे
दो मौतों से टेढ़ी मोहल्ले में मातम, घरों में नहीं जले चूल्हे

देवरिया: नदावर पुल के समीप हुए सड़क हादसे में दुकान बंद कर घर जा रहे दो युवकों की मौत के बाद मझौलीराज के टेढ़ी मोहल्ले में मातम है। दरवाजे पर जो भी पहुंचते, उनके आंखों में आंसू आ जाते। दोनों परिवार के नौ बच्चे बेसहारा हो गए। मृतक के दरवाजे पर उमड़े लोगों की जुबां पर केवल यही सवाल था कि इन दोनों परिवारों का भरण-पोषण कैसे होगा? । हाल यह है कि कई घरों में चूल्हे नहीं जले।

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मझौलीराज के टे़ढ़ी मोहल्ला निवासी चचेरे भाई खलील कुरैशी तथा मकसूद एक ही बाइक से हर रोज की भांति सलेमपुर से घर जा रहे थे कि पीछे से आ रही स्कार्पियों आटो को ठोकर मारने के बाद मोपेड को रौंदते हुए आगे बढ़ गया और दोनों लोगों की घटना स्थल पर मौत हो गई। मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। दोनों अपने परिवारों के मुखिया थे, खलील की पत्नी गुड़िया के अलावा तीन नाबालिग बेटियां व एक सबसे छोटा बेटा है। मौत की खबर पर बड़ी बेटी रूबी, तैयबा तथा नूरसवा व एक साल का बेटा रानू का रो-रोकर बुरा हाल था। चार बच्चों व पत्नी का अब कैसे जीवनयापन होगा यह सभी के जुबान पर था। यही हाल मृतक मकसूद के परिवार का भी है। उसके मौत के बाद परिवार का भार कौन उठाएगा इसको लेकर पत्नी नूरजहां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।


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